किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि कोरोना की आड़ लेते हुए सरकार किसानों का आन्दोलन बलपूर्वक खत्म कराने की बात न सोचे। अगर इस तरह की कोई भी कोशिश की जाती है तो किसान उसका भरपूर जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि किसान बॉर्डर पर डटे रहेंगे, कोरोना के सभी नियमों का पालन करेंगे, लेकिन कृषि कानूनों को वापस लिए जाने तक सड़कों पर डटे रहेंगे। शुक्रवार को राकेश टिकैत ने कहा कि अब तक सरकार ने किसानों पर जो भी हमले किये हैं, सब धोखे से किए हैं। लेकिन इस बार अगर वह इस तरह की कोई कोशिश करती है तो उसके गंभीर नतीजे हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ किसानों के खेतों में कटाई का काम चल रहा था तो वहीं उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव चल रहे थे। इस कारण आन्दोलन में किसानों की संख्या कुछ कम हो गई थी। लेकिन अब किसानों के खेतों का काम खत्म हो गया है। अब सभी किसानों को एक बार फिर आन्दोलन स्थलों पर लाया जायेगा और आन्दोलन को आगे बढ़ाया जायेगा। हालांकि, कई अन्य प्रमुख लोगों ने भी कोरोना का खतरा देखते हुए किसानों से अपना आन्दोलन वापस लेने की अपील की है। कांग्रेस नेता और कल्कि पीठाधीश्वर प्रमोद कृष्णम ने भी किसानों से आन्दोलन वापस लेने की अपील की है। उनके आलावा गोपाल कृष्ण गांधी ने भी किसानों से आन्दोलन वापस लेने की अपील की है।