नई दिल्ली : कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रभाव और खतरे के बावजूद दिल्ली-यूपी और हरियाण के बॉर्डर पर किसानों का धरना प्रदर्शन जारी है। शाहजहांपर, टीकरी, सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर पर यूपी-हरियाणा और पंजाब के किसान 28 नवंबर से जमा हैं और तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को पूरी तरह से वापस लेने की मांग कर रहे हैं। इस बीच इफ्तार पार्टी का एक वीडियो वायरल होने को लेकर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सफाई दी है। बताया जा रहा है कि हरियाणा के मेवात जिले के पुन्हाना सुनहरा बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में पुन्हाना के किसान नेता रशीद एडवोकेट ने पिछले दिनों रोजा इफ्तार पार्टी दी थी। इसका एक वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो को लेकर समाचार एजेंसी एएनआइ से बातचीत में किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि प्रदर्शन स्थल पर किसान एक-दूसरे से थोड़ी दूरी पर बैठे हैं। सरकार द्वारा 50 लोगों की अनुमति है, ऐसे में यहां पर 22-35 लोग ही बैठे हैं। कोई एक-दूसरे से नहीं मिला, किसी ने हाथ तक नहीं मिलाया है। उन्होंने यह भी कहा कि किसान अपने घरों पर हैं। हम उन्हें और कहां जाने के लिए कहेंगे? क्या कोरोना वायरस संक्रमण सिर्फ यहीं पर फैला है? हम यहां पर पिछले पांच महीने से हर रहे हैं। अब यह हमारा घर बन चुका है। कुछ किसानों कोरोना वैक्सीन की पहले डोज ले ली है और दूसरी वैक्सीन लेने की जद्दोजहद कर रहे हैं। हमने तो कहा है कि यहां पर एक शिविर लगाकर लोगों को वैक्सीन दी जाए। गौरतलब है कि संयुक्त किसान मोर्चा के बड़े नेताओं में शुमार राकेश टिकैत के नेतृत्व में किसान यूपी गेट पर 28 नवंबर से ही धरना दे रहे हैं। किसान प्रदर्शनकारियों की मांग है कि तीनों केंद्रीय कृषि कानून वापस लिए जाएं।