दिल्ली में अखिल भारत किसान महासभा के दफ्तर में जारी किसान संयुक्त मोर्चा की 5 सदस्यीय कमेटी की बैठक ख़त्म हो चुकी है. मिल रही जानकारी के मुताबिक सरकार की तरफ से मिले प्रस्ताव पर किसानों को जो ऐतराज हैं उन्हें शामिल कर एक नया प्रस्ताव बना लिया गया है जिसे केंद्र के पास भेजा जा रहा है. दोपहर 2 बजे संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक है जिसके बाद किसान नेता आगे की रणनीति और सरकार से हो रही बातचीत के बारे में जानकारी दे सकते हैं. सूत्रों की माने तो नए प्रस्ताव में किसानों पर दर्ज केस तुरंत वापस लेने की मांग रखी गई है और अगर सरकार इस पर सहमति दे देती है तो केंद्रीय मंत्रियों की आज ही किसान नेताओं से मुलाक़ात भी हो सकती है.
सरकार और किसानों की कमेटी के बीच जारी बातचीत के बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने से विशेष बातचीत की और दावा किया कि दोनों ही पक्ष समाधान चाहते हैं लेकिन मांगों पर कुछ भी लिखित में दिए बिना आंदोलन ख़त्म नहीं होगा.
सवाल: सरकार की तरफ से नया प्रस्ताव आया है कि मुकदमों को वापस करने की प्रक्रिया तत्काल शुरू की जाएगी?
राकेश टिकैत: और क्या रह गया है, इसकी शुरुआत ट्रैक्टरों को छोड़ने से कर दो, सरकार जब चाहेगी 2 दिन में हल निकल जाएगा.
सवाल: इसके बाद भी कोई मुद्दा बचता है ?
राकेश टिकैत: MSP का मुद्दा है, ट्रैक्टर बड़ा मुद्दा है. तकरीबन 150 थानों में बंद हैं, NGT के हिसाब से 10 साल पुराने ट्रैक्टरों का क्या होगा? वो स्क्रेप होंगे या नए मिलेंगे? बहुत से सवाल हैं. ये अन्य में आएंगे, लिखत पढ़त में नहीं आएंगे. क्योंकि NGT का उल्लघंन लिखित में नहीं हो सकता, इसका समाधान यही है कि सरकार नए ट्रैक्टर दे दे.
सवाल: 26 जनवरी की घटना से संयुक्त मोर्चा ने खुदको अलग किया था, क्या आप उन मुकदमों को भी वापस करवाएंगे?
राकेश टिकैत: ये सारी बातें लिखित में नहीं होती, आप इन बातों को खत्म होने दो, बढ़ाओ मत. वो 5 लोग जो भी फैसला लेंगे, उसको संयुक्त मोर्चा बता देगा. कृषि मंत्री से मुलाकात होगी या नहीं उसकी जानकारी नहीं है.
सवाल: समाधान कब तक देखते हैं आप?
राकेश टिकैत: अब समाधान जल्दी ही निकल जाना चाहिए दोनों पक्ष समाधान चाहते हैं.