कृषि कानूनों के खिलाफ यूपी गेट पर आंदोलन स्थल से हुंकार भरने के बाद भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत 17 को फिर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के खाप चौधरियों के साथ महापंचायत करेंगे। इसकी तैयारी अभी से शुरू कर दी गई है। सोमवार को यूपी गेट पर किसानों ने भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) को बचाने की मांग की है। संयुक्त किसान मोर्चा ने छह अप्रैल को पूरे देश में एफसीआई गोदामों के बाहर प्रदर्शन करने का एलान किया है। वहीं, मंगलवार को किसान आंदोलन में राकेश टिकैत किसान स्मारक को स्थापित करेंगे। भाकियू के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने बताया कि कृषि कानूनों के विरोध में मिट्टी सत्याग्रह किया जा रहा है। इसमें गुजरात के 33 जिलों के आठ सौ गांवों से मिट्टी लेकर किसान दिल्ली की सीमा में प्रवेश कर गए हैं। मंगलवार सुबह सभी किसान सत्याग्रही गाजीपुर बार्डर पहुंचेंगे। वहां पर राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, युद्धवीर सिंह और तेजिंदर सिंह विर्क इनका स्वागत करेंगे। सुबह 9 से 11 बजे तक यूपी गेट पर किसान स्मारक स्थापित किया जाएगा। इसे पहले सत्याग्रही किसान 23 राज्यों के 1500 गांवों की मिट्टी राकेश टिकैत को सौंपेंगे। वहीं, यूपी गेट पर आंदोलनकारी किसानों का कहना है कि नए कृषि कानून लाने के बाद अब सरकार एफसीआई को गोदामों समेत बेचने की तैयारी कर रही है। निजी कंपनियों को गोदाम दिए जा रहे हैं। किसान एफसीआई को भी अन्य सरकारी प्रतिष्ठानों की तरह बेचने का विरोध कर रहे हैं और आगे भी करेंगे।
भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन ने एक बार फिर स्पष्ट किया कि सरकार कृषि कानूनों को जब तक वापस नहीं लेगी तब तक किसान आंदोलन से वापस नहीं जाएंगे। अब इसमें एफसीआई को बचाने की मुहिम भी जुड़ गई है। इधर, मंच संचालक मलूक सिंह खिंडा ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर जो किसान अनशन कर रहे हैं। उनमें सुनील कुमार बालियान, प्रदीप कुमार, अशोक सिरोही, तेजवीर, गुर बच्चन सिंह, गुलवीर सिंह, गुड्डू, राजकुमार, आजाद, योगेंद्र सिंह व सुरेश चंद्र शामिल रहे।