हिसार लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार रणजीत चौटाला का विधानसभा सदस्यता से दिया गया इस्तीफा अभी स्वीकार नहीं हुआ है। विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने बताया कि उनके इस्तीफे का सत्यापन किया जा रहा है। इसमें देखा जा रहा है कि क्या उन्होंने किसी दबाव में आकर तो इस्तीफा नहीं दिया है। उनके हस्ताक्षर और अन्य पत्रों की जांच की जा रही है।
इसी बीच एडवोकेट और कानूनी विश्लेषक हेमंत कुमार ने कहा कि यह देखने वाली बात होगी कि क्या रणजीत चौटाला ने रविवार शाम भाजपा में शामिल होने से पहले ही विधायक पद से त्याग पत्र दिया था या भाजपा में शामिल होने के बाद। यदि उन्होंने भाजपा में शामिल होने से पहले अर्थात 24 मार्च की तारीख को ही विधायक पद से त्यागपत्र विधानसभा स्पीकर को सौंप दिया था, तब तो ठीक है। यदि उन्होंने 25 मार्च या 26 मार्च को त्यागपत्र दिया है तो इस्तीफे के बावजूद दल-बदल विरोधी कानून के प्रावधान के अंतर्गत उनके विरुद्ध विधानसभा सदस्यता से अयोग्य घोषित करने की याचिका स्पीकर के समक्ष दायर की जा सकती है। हालांकि बताया जा रहा है कि चौटाला ने भाजपा में शामिल होने से पहले ही अपनी सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।
 
  
 




















































