हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर आज किसान संगठनों की मीटिंग बुलाई गयी थी, दरअसल, किसान नेता तीनों खेती कानूनों को लेकर आंदोलन की आगामी रुपरेखा तैयार कर रहे हैं, प्रधानमंत्री ने तीनों खेती कानूनों को वापिस लेने का निर्णय लिया है, उधर, किसान मान रहे हैं की आगामी संसद सत्र में इसको वापिस लिया जाये, इसके साथ एमएसपी और किसानों पर दर्ज केस को लेकर बातचीत होनी है, देखिये क्या बोले किसान नेता रवि आजाद