आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने मॉनेट्री पॉलिसी समीक्षा के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि फ्यूल महंगाई चिंता की बात है. लेकिन अनाज की कीमतों में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं होगी. उन्होंने बताया कि जुलाई-अगस्त में CPI इनफ्लेशन में नरमी आई है. डिमांड आउटलुक में सुधार हो रहा है. केंद्रीय बैंक ने FY22 के लिए खुदरा महंगाई दर (CPI) का अनुमान 5.3 फीसदी कर दिया है. अगस्त की पॉलिसी समीक्षा में आरबीआई ने रिटेल महंगाई 5.7 फीसदी रहने का अनुमान जताया था. FY 2022-23 की पहली तिमाही के लिए आरबीआई ने रिटेल महंगाई का अनुमान 5.2 फीसदी जताया है.
जानिए, किन राज्यों में होता है अनाज
साल 2023 को पोषक अनाज वर्ष के रूप में घोषित करने के लिए भारत की ओर से वर्ष 2018 में संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) को पत्र भेजा गया था. जिसके बाद एफएओ की कृषि संबंधी समिति व परिषद द्वारा प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया.
देश में मुख्य रूप से आंध्रप्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, हरियाणा (Haryana), झारखंड, कर्नाटक, केरल, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, पंजाब (Punjab), राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों में मिलेट्स (पोषक अनाज) की खेती होती है. अब इनमें उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा.
मिलेट्स का निर्यात (Millets Export) वर्ष 2017 में 21.98 मिलियन अमेरिकी डॉलर था, जो 2020 में बढ़कर 24.73 मिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया है. 96 अधिक उपज देने वाली, रोग प्रतिरोधी, जिसमें 10 पोषक-अनाज फसलें व 3 जैव शक्तियुक्त किस्में शामिल हैं, का विमोचन किया गया है.
नई अधिक उपज देने वाली किस्मों और संकर किस्मों के गुणवत्ता वाले बीज की उपलब्धता में वृद्धि हुई है. वर्ष 2020-21 में 5780 क्विंटल बीज उत्पादित हुए हैं.
80 प्रतिशत पोषक अनाज (मिलेट्स) जलवायु प्रतिरोधक क्षमता वाली फसलें हैं, जो 131 देशों में उगाई जाती हैं.यह भोजन के लिए उगाई जाने वाली अनाज की प्रथम फसल है, जिसके सिंधु सभ्यता में पाए गए सबसे पहले प्रमाण 3000 ईसा पूर्व के हैं.
एशिया और अफ्रीका में लगभग 59 करोड़ लोगों के लिए यह पारंपरिक भोजन है.इसमें बाजरा, ज्वार, रागी/मंडुवा, कांगनी, कोदो, कुटकी, चीना, सावां, ब्राउनटाप मिलेट, टेफ्फ मिलेट, फोनीओ मिलेट शामिल हैं.
भारत में लगभग 140 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में लगभग पौने दो सौ लाख टन मिलेट्स का उत्पादन होता है.वैश्विक परिदृश्य में 717 लाख हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में लगभग 863 लाख टन मिलेट्स उत्पादन होता है.भारत का मिलेट्स उत्पादन एशिया का 80 प्रतिशत एवं वैश्विक उत्पादन का 20 प्रतिशत है.