भारी बारिश से प्याज खराब होने से बढ़ी कीमतें
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, चुनार के प्याज-लहसुन के आढ़ती अशरफ अली उर्फ टुन्नू ने बताया कि पूर्व के दिनों में लगातार भारी मात्रा में बारिश होने के कारण काफी मात्रा में मध्य प्रदेश में प्याज खराब हो गया है। फिलहाल नासिक से प्याज आ रहा है और आवक कम होने के कारण फुटकर से लेकर मंडी तक में प्याज की कीमत आसमान छू रहीं है।
प्याज की बढ़ती कीमतों ने बिगाड़ा रसोई का बजट
प्याज के बढ़ते दाम ने वाराणसी में गृहिणियों की रसोई पर बुरी प्रभाव डाला है। सब्जियों से प्याज का तड़का गायब होने लगा है। वहीं सलाद में प्याज दूर की कौडी साबित हो रहा है। फिलहाल रविवार को चुनार में प्याज 6400 रुपए प्रति क्विंटल थोक और 80 रुपये प्रति किलो खुदरा कीमतों में बिका है। प्याज व्यापारियों की मानें तो अभी प्याज की खुदरा कीमतें 100 रुपए तक जा सकती हैं। वास्तव में प्याज के दाम अचानक बढ़ने से लोगों को महंगाई का अहसास होने लगा है। जो प्याज कभी 10 से 40 से 50 रुपए तक मिलता था, उसी प्याज की कीमत आज एकदम से 80 रुपए किलो हो गई है।
प्याज के पहले के भाव पर एक नजर
– 18 से 20 अक्टूबर तक 25 से 30 रुपये प्रति किलोग्राम
– 21 से 25 अक्टूबर तक 40 रुपये प्रति किलोग्राम
– 25 से 27 अक्टूबर तक 50 रुपये प्रति किलोग्राम
– 27 से 29 अक्टूबर तक 70 रुपये प्रति किलोग्राम
प्याज की बढ़ती कीमत आम आदमी के निकाल रही आंसू
अचानक से बढ़ी प्याज की कीमतों ने आम लोगों के आंसू निकाल दिए हैं। एक हफ्ते पहले तक प्याज के भाव को देखकर लग नहीं रहा था कि इसकी कीमत में बढ़ोतरी हो जाएगी। लगभग हर घर में सब्जी पकाने में लोग लहसुन प्याज का प्रयोग करते हैं। सबसे बड़ी बात तो यह है कि पहले जब लोगों के पास सब्जी खरीदने के पैसे नहीं होते थे तो प्याज टमाटर की चटनी से काम चला लेते थे लेकिन अब एकदम से प्याज की कीमत इतनी बढ़ गई है कि मध्यम व गरीब वर्ग के लोग कीमत सुनकर ही खरीदारी नहीं करते हैं। सब्जी विक्रेताओं के अनुसार प्याज की कीमतें जल्द ही कम होने की उम्मीद नहीं है। लहसुन भी महंगा बिक रहा है। इसके साथ ही नया आलू भी 40 रुपए प्रति किलोग्राम है।