यातायात नियमों की पालना न करने या फिर लापरवाही बरतने के कारण सड़क हादसे होते रहते हैं लेकिन कुछ हादसों के लिए प्रशासनिक व्यवस्था भी जिम्मेदार होती है। नेशनल और स्टेट हाईवे पर बने ब्लैक स्पॉट भी इसी प्रशासनिक लापरवाही का नतीजा होते हैं। दादरी जिले में पिछले कुछ वर्षों के दौरान नेशनल हाईवे पर छह ब्लैक स्पॉट की पहचान की गई हैं। इनमें सुधार की दिशा में समुचित प्रयास नहीं किए गए हैं। भिवानी जिले में ब्लैक स्पॉट को काफी हद तक दुरुस्त कर दिया गया है लेकिन अभी भी कुछ जगहों पर दिक्कत जस की तस है। चरखी दादरी जिले में 2023 से नवंबर 2025 तक 225 लोग जान गवां चुके हैं। वहीं, भिवानी में 2023 से नवंबर 2025 तक 335 लोगों की मौत सड़क हादसों में हो चुकी है।
चरखी दादरी जिले में चार ब्लैक स्पॉट नेशनल हाईवे 334बी पर तथा एक-एक ब्लैक स्पॉट नेशनल हाईवे 148बी और नेशनल हाईवे 152डी पर है। यातायात पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार नेशनल हाईवे 334बी पर गांव अचीना ताल, गांव समसपुर, गांव भैरवी तथा गांव अटेला में ब्लैक स्पॉट हैं। वहीं नेशनल हाईवे 152डी पर रानीला रेस्ट एरिया के समीप तथा नेशनल हाईवे 148बी पर गांव चरखी में ब्लैक स्पॉट हैं।
इनमें से गांव समसपुर में ब्लैक स्पॉट को खत्म करने के लिए स्पीड ब्रेकर बनवाया गया है। गांव चरखी में ब्लैक स्पॉट खत्म करने के लिए रंबल-स्ट्रिप बनवाए गए हैं। गांव अचीना ताल में ब्लैक स्पॉट खत्म करने के उद्देश्य से कंवेक्स मिरर लगवाया गया था लेकिन वर्तमान में यह नदारद है। इसी प्रकार रानीला रेस्ट एरिया पर बने ब्लैक स्पॉट को खत्म करने के लिए साइन बोर्ड लगवाए गए थे। इनके अलावा गांव भैरवी और अटेला में ब्लैक स्पॉट को खत्म करने के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किए गए।
चरखी-दादरी में हादसों का ब्योरा (वर्ष 2023)
सड़क हादसे : 157
कितने लोगों की मौत : 87
कितने लोग हुए थे घायल : 125
वर्ष 2024
सड़क हादसे : 133
कितने लोगों की मौत : 74
कितने लोग हुए थे घायल : 124
वर्ष 2025 (नवंबर तक)
सड़क हादसे : 127
कितने लोगों की मौत : 64
कितने लोग हुए थे घायल : 106
अधिकारी के अनुसार
सड़क सुरक्षा के मद्देनजर सड़कों पर सफेद पट्टी, मरम्मत, स्कूल वाहन चालकों को जागरूक करना, वाहनों पर रिफ्लेक्टर, स्ट्रीट लाइटें दुरुस्त करने संबंधी तैयारी कर रहे हैं। इनके अलावा ब्लैक स्पॉट को खत्म करने के लिए संबंधित जगहों पर पेड़-पौधों की छंटाई करने के साथ ही संकेतक लगाने व सफेद-पीली पट्टी की जाएगी। -डॉ. मुनीश नागपाल, उपायुक्त, चरखी दादरी।
दिल्ली-पिलानी नेशनल हाईवे पर अब भी ब्लैक स्पॉट
भिवानी से हांसी तक करीब 43 किमी दायरे में फोरलेन निर्माण ने करीब सात से आठ हादसा संभावित बिंदुओं को खत्म कर दिया है, लेकिन दिल्ली-पिलानी नेशनल हाईवे पर अब भी ब्लैक स्पॉट बने हैं, जिन पर हर साल सड़क हादसे हो रहे हैं। गांव खरक के पास कलिंगा मोड़ बेहद संकरा और हादसा संभावित है। इस पर पिछले साल बाइक पर रोहतक से भिवानी आ रहे एक दंपती की ट्रैक्टर ट्रॉली की चपेट में आने से जान चली गई थी। यहां पहले दुर्घटना संभावित बिंदु का संकेतक लगाया हुआ था, मगर अब नहीं है।
भिवानी में सड़क हादसों का ब्योरा (वर्ष 2023)
कितने हादसे 354
कितने मौतें 124
कितने घायल 310
वर्ष 2024
कितने हादसे 265
कितनी मौतें 109
कितने घायल 210
वर्ष 2025 (नवंबर तक)
कितने हादसे 295
कितनी मौतें 102
कितने घायल 279
लाइन चेंज व रॉन्ग साइड ड्राइविंग पर भी कसा शिकंजा
भिवानी पुलिस ने वर्ष 2025 में लेन चेंज के नियमों एवं रॉन्ग साइड ड्राइविंग का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के विरुद्ध विशेष अभियान चलाया। लेन चेंज के नियमों का उल्लंघन करने पर 7931 वाहन चालकों के चालान किए। जबकि रॉन्ग साइड ड्राइविंग करने पर 3331 वाहन चालकों के चालान किए गए हैं।
दिल्ली-पिलानी नेशनल हाईवे पर कोई ब्लैक स्पॉट नहीं है। कुछ जगह हादसों की आशंका के मद्दनेजर संकेतक और कैट आई लगवाई जा चुकी है। शहर के बाईपास पर हालुवास चौक को ब्लैक स्पॉट में शामिल किया गया है। यहां जल्द ही ओवरब्रिज का निर्माण काम शुरू करा दिया जाएगा। इसके वर्क ऑर्डर भी कराए जा चुके हैं।














































