संसद में पास किए गए कृषि विधेयकों के विरोध में भारत बंद के आह्वान का शुक्रवार को हरियाणा में खासा असर देखने को मिल रहा है। प्रदेशभर में सुबह से ही प्रदर्शन शुरू हो गया था। सैकड़ों किसान धरना प्रदर्शन में पहुंचे हैं, वही किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है। पंचकूला के पिंजौर में भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी किसानों के धरने में शामिल हुए। इस दौरान चढ़ूनी ने दो टूक कहा कि या तो सरकार अपना फैसला वापस ले ले या फिर किसानों को गोली मरवा दे।
करनाल: पुलिस ने किए पुख्ता इंतजाम, सभी थानों ने एक-एक रिजर्व फोर्स तैनात की गई है। सीनियर पुलिस ऑफिसर सभी जगह लगाए गए हैं। ड्यूटी मजिस्ट्रेट भी लगाए गए हैं। एसपी गंगराम पूनिया ने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से किसान अपना प्रदर्शन करें।
सिरसा: सिरसा में कई जगह रोष प्रर्दशन किए गए। ऐलनाबाद में हरियाणा-राजस्थान की सीमा पर किसानों ने रोड जाम किया है।
अंबाला: अंबाला में पुलिस की दो बटालियन को पूर्ण रूप से लगाया गया है। अंबाला-जगाधरी रोड पर किसन इकट्ठा हुए, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी किसान जगह जगह रोड जाम करके प्रदर्शन कर रहे हैं। यहां जिले के गांव आनंदपुर जलबेड़ा में किसानों की तरफ से सीधे तौर पर भाजपा और जजपा के विरोध में बैनर लगा दिए हैं।
सोनीपत: गन्नौर रेलवे स्टेशन पर किसान संघ के कार्यकर्ता इकट्ठा हुए और सरकार के ख़िलाफ नारेबाजी की। सोनीपत पुलिस व रेलवे पुलिस के जवान इस विरोध को देखते हुए पहले ही वहां मुस्तैद दिखे। यहां किसान नेता रोहताश व राममेहर ने कहा कि ये तीनों बिल किसान विरोधी हैं।टोहाना: रेलवे रोड स्थित अनाज मंडी में किसानों, व्यापारियों, मजदूरों व पल्लेदारों ने काले झंडे लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष जोगेंद्र घांसीराम नैन मुख्य रूप से पहुंचे।
रेवाड़ी: रेवाड़ी की नई अनाजमंडी में भी इलाके के सभी किसान संगठन एक हुए और सरकार विरोधी नारों के साथ सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करते हुए जिला सचिवालय पहुंचे। जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा।