भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर उर्फ रावण शनिवार को सेक्टर-6 प्रधिकरण ऑफिस के सामने धरना दे रहे सफाई कर्मचारियों के बीच आए। यहां उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारियों के परिवार के लोगों पर ज्यादती हो रही है, जेल में बंद किए गए लोगों को तुरंत रिहा किया जाए। अगर उन्हें जल्द रिहा नहीं किया गया तो हजारों की संख्या में सफाई कर्मी यहां आकर जिला बंद कर देंगे। रावण ने कहा कि मोरना गांव के जिस सफाई कर्मचारी की मौत हुई है, उसके परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी और मुआवजा दिया जाए। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को एसी से बाहर निकलकर काम करना होगा। 2022 में सत्ता में आने पर इन सभी अधिकारियों की जांच होगी और ये जेल में होंगे। एक तरफ प्रधानमंत्री इन लोगों के पैर धोते हैं और दूसरी तरफ उन पर लाठियां बरसाई जा रही हैं। ये कैसी समानता है, अगर जल्द इन लोगों को इंसाफ नहीं मिला तो वो दोबारा आकर यहां आंदोलन करेंगे। ये आंदोलन देश स्तर का होगा।
कल पुलिस ने किया था लाठीचार्ज
नोएडा विकास प्राधिकरण कार्यालय के पास उधोग मार्ग पर करीब दो सप्ताह से हड़ताल कर धरना दे रहे सफाई कर्मचारियों को पुलिस ने शुक्रवार को लाठीचार्ज कर खदेड़ दिया था। जानकारी के अनुसार, संविदा पर कार्यरत यह सफाई कर्मचारी नियमित करने समेत कई मांगों को लेकर 2 सितंबर से ही नोएडा सेक्टर-6 स्थित प्रधिकरण ऑफिस के सामने धरना दे रहे हैं। इससे शहर की सफाई व्यवस्था बिगड़ रही थी। तीन दिन पहले प्राधिकरण के निर्देश पर ठेकेदारों ने 11 सफाई कर्मचारी नेतायों को नौकरी से निकाल दिया था। इस बात से नाराज होकर तीन कर्मचारी बुधवार से भूख हड़ताल पर बैठ गए थे। नौकरी से निकाले जाने से आहत होकर एक सफाई कर्मचारी ने गुरुवार को आत्महत्या कर ली थी। शुक्रवार को सफाई कर्मचारी दोबारा से धरना स्थल पर आए और उन्होंने उधोग मार्ग पर जगह-जगह कूड़ा बिखेर दिया। इसके बाद पुलिस ने व्यवस्था बिगाड़ने पर लाठीचार्ज कर उन्हें धरनास्थल से खदेड़ दिया था।