उन्होंने कहा कि कुश्ती मेरा पैशन है। मेरा प्यार है। पिछले 20 साल से कुश्ती खेल रही हूं। इसने मुझे इतना कुछ दिया, इसे छोड़ना आसान नहीं है। ओलंपिक मेडलिस्ट खिलाड़ी के कुश्ती छोड़ने से ही सुधार आए, यही सोचकर कुश्ती खेलने से संन्यास लिया, ऐसा नहीं हुआ।
इसी कारण संघ अध्यक्ष बनना चाहती हूं। हालांकि उन्होंने दावा किया कि लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर फिलहाल उनका कोई विचार नहीं है। भविष्य का कुछ पता नहीं।
साक्षी ने एक्स पर पोस्ट वीडियो में कहा कि हमने लंबा संघर्ष किया है। जनवरी में पहला प्रदर्शन हुआ था। इसमें नामी खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। शुरू में लगा था कि हमारी बात सुन ली जाएगी। यह भी पता था कि बृजभूषण ताकतवर है। यह नहीं पता था कि वह इतना ताकतवर है कि साल बाद भी लड़ाई चल ही रही है।
उन्होंने कहा कि आवाज पहले भी उठी। यह आवाज अकेली महिला खिलाड़ी ने उठाई। आवाज को आसानी से दबा दिया गया। अब तक आरोपों से बचने का प्रयास रहा, मगर अब मौका मिला तो कुश्ती संघ का चुनाव जरूर लडूंगी। मैं शुरू में सोचती थी कि लोग कहेंगे इन्हें तो फेडरेशन पर कब्जा चाहिए, इसलिए प्रदर्शन कर रहे हैं।