महाराष्ट्र की राजनीति में इन दिनों अस्थिरता का माहौल है। बगावत की वजह से सीएम उद्धव ठाकरे की सरकार संकट में है। शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के साथ 37 से अधिक पार्टी के विधायक असम में डेरा डालकर बैठे हैं। ऐसे में शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने विधायकों को संबोधित करते हुए एक ट्वीट किया था कि चर्चा से ही रास्ता निकल सकता है। आप आकर बातचीत कीजिए। घर के दरवाजे अभी भी खुले हैं। आप इधर-उधर क्यों भटक रहे हो। गुलाम बनने से बेहतर की स्वाभिमान से निर्णय लो। अब संजय राउत के इस बयान पर फिल्ममेकर अशोक पंडित भड़क गए हैं। उन्होंने ट्वीट करते हुए संजय राउत को खरी खोटी सुनाई है। अशोक पंड़ित ने शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत पर निशाना साधते हुए लिखा कि असली गुलाम संजय राउत को शिवसेना के मूल्यों को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे दूसरों को गुलाम कहना काफी मजेदार है। दरअसल इस असली गुलाम ने शिवसेना को तबाह करने में अहम भूमिका निभाई है। इसी के साथ एक अन्य ट्वीट करते अशोक पंडित ने लिखा कि बालासाहेब ठाकरे के दौरान शिवसेना में वरिष्ठ नेताओं के प्रति एक महिला के अत्याचार और दुर्व्यवहार ने नारायण राणे छगन बुजबल और अन्य को पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर किया था। एक बार फिर अकनेनाथ सिंदे और उनकी टीम के सामूहिक पलायन के लिए एक महिला जिम्मेदार है। अशोक पंडित यहीं नहीं रुके। उन्होंने एक और ट्वीट करते हुए लिखा कि गौहाटी कहानी में हास्य तत्व हैं। यह कबड्डी नामक खेल की याद दिलाता है। शिवसेना ने अपने विधायक रवींद्र पाठक को एकनाथ शिंदे को मनाने भेजा। पता चला वो भी वहीं रह गए। मुझे उम्मीद है कि आदित्य अब शिंदे को मनाने नहीं जाएंगे।
संजय राउत ही असली गुलाम, शिवसेना तोड़ दी- एक बयान पर भड़क गए फिल्ममेकर
Parmod Kumar