ई-टेंडरिंग को लेकर हरियाणा में चल रहे विवाद का आज हल निकल सकता है। चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री मनोहर लाल सरपंचों के साथ वार्ता करेंगे। ई-टेंडरिंग को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल से पहले DIG ओपी नरवाल से सरपंचों की मीटिंग होगी। यह मीटिंग चार बजे शाम को प्रस्तावित की गई है। इसके बाद सरपंचों को लेकर डीआईजी नरवाल चंडीगढ़ स्थित मुख्यमंत्री आवास लेकर जाएंगे। पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देश पर हरियाणा के सरपंचों पर 4 मार्च की रात बड़ा एक्शन लिया गया। पुलिस ने रात 10 बजे के करीब सरपंचों के लगे तंबू उखाड़ दिए थे और उनका पक्का धरना खत्म करा दिया था। विरोध करने वाले सरपंचों को पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए हिरासत में ले लिया। हालांकि हिरासत में लिए सरपंचों को देर रात रिहा कर दिया गया।
4 हजार सरपंचों के खिलाफ दर्ज हो चुका केस 1 मार्च को मुख्यमंत्री आवास घेराव के लिए जा रहे सरपंचों पर पंचकूला में पुलिस ने लाठीचार्ज किया था, जिसमें 100 से अधिक सरपंच घायल हो गए थे। वहीं पंचकूला पुलिस ने देर रात 4 हजार सरपंचों के खिलाफ IPC की 10 धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। चंडीगढ़-पंचकूला बॉर्डर पर पक्का धरना लगाकर बैठे सरपंचों ने कल CM के OSD भूपेश्वर दयाल को बैरंग लौटा दिया था। सरपंच एसोसिएशन के प्रधान रणवीर सिंह समैण ने बताया कि पंचकूला में पुलिस की कार्रवाई निंदनीय थी। उन्होंने कहा कि आज यदि मुख्यमंत्री से होने वाली वार्ता विफल होती है तो वो 11 मार्च को करनाल की तरफ कूच करेंगे। वहां सीएम आवास का घेराव किया जाएगा। समैण ने कहा जब तक उनकी मांगों को नहीं माना जाता तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
BJP-JJP विधायकों को के खिलाफ हुए सरपंच पुलिस लाठीचार्ज के बाद भड़के सरपंच ऐलान कर कर चुके हैं कि वो अपने क्षेत्रों में सत्ताधारी BJP-JJP के विधायकों को घुसने नहीं देंगे। यदि फिर भी वे गांवों में आते हैं तो खुद जिम्मेवार होंगे। सरपंच एसोसिएशन के प्रदेश प्रवक्ता और भट्टू एसोसिएशन के अध्यक्ष चंद्रमोहन ने बताया कि सरकार ने जो बर्ताव उनके साथ किया है। वही बर्ताव सरकार के लोग जब गांव में आएंगे तो उनके साथ भी किया जायेगा। हरियाणा के गांवों में डबल मोड़ने का रिवाज है।
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