नूंह व पलवल जिले के सरपंच अब सरकार से आर-पार के मुंड में दिखाई दे रहे हैं। अपने अधिकारों को लेकर 5 नवंबर को टोहाना में होने वाली रैली को लेकर बैठक की गई।
नूंह व पलवल जिले के सरपंच अब सरकार से आर-पार के मुंड में दिखाई दे रहे हैं। अपने अधिकारों को लेकर 5 नवंबर को टोहाना में होने वाली रैली को लेकर बैठक की गई। दोनों जिले के सरपंच संगठन के प्रधानों ने कहा कि सरकार को उनके अधिकार वापस देने चाहिए, यदि सरकार ऐसा नहीं करती है तो वह 5 नवंबर को होने वाली टोहाना रैली में सरकार के खिलाफ बिगुल बजा देंगे।
गौरतलब है कि नूंह व पलवल जिले के सरपंचों ने पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में 5 नवंबर को टोहाना में होने वाली रैली को लेकर एक बैठक की। बैठक के बाद सरपंचों ने कहा कि सरकार के पास 5 तारीख से पहले का समय है, यदि समय रहते सरकार सरपंचों के अधिकार उन्हें वापस कर देती है तो यह सरकार के लिए ठीक रहेगा नहीं तो आगामी 5 तारीख को टोहाना में प्रदेश के सरपंचों की रैली होगी जिसमें वह विपक्ष को अपना समर्थन देंगे। उन्होंने खुले शब्दों में कहा कि विपक्ष यानी भूपेंद्र सिंह हुड्डा को खुले रूप से मंच पर निमंत्रण देंगे। उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव में भी विपक्ष का साथ देंगे और विपक्ष की सरकार को मजबूत करेंगे।
उन्होंने कहा कि 5 तारीख को टोहाना की रैली में लाखों की संख्या में सरपंच, जिला पार्षद, नगर परिषद, ब्लॉक समिति मेंबर सहित अन्य लोग पहुंचेंगे। प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मनोज ने कहा कि प्रदेश सरकार ने ग्रामीण कार्य को पूरी तरह से रोक दिया है। प्रदेश सरकार ने तीन महीने का समय मांगा था। हरियाणा सरकार के पास ना तो कर्मचारी पूरे हैं, इसी के चलते यह टेंडर प्रक्रिया नहीं चला पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 10 महीने के करीब हो चुके हैं किसी भी टेंडर पर कोई काम शुरू नहीं किया गया है। सरकार के द्वारा धरना प्रदर्शन के दौरान लाठी भी खा गई। उसके बाद सरकार ने अभी तक कोई सुनवाई नहीं की है अभी यह फैसला लिया गया है कि 5 को टोहाना में बड़े स्तर पर रैली होगी जिसमें विपक्ष का साथ लिया जाएगा। इस रैली में विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा व सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रदेश अध्यक्ष उदयभान पहुंचे रहे हैं। वहीं उन्होंने कहा कि समय रहते यदि सरकार उनका समर्थन नहीं करती है तो प्रदेश के सभी सरपंच भूपेंद्र सिंह हुड्डा को अपना समर्थन देंगे। उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि आने वाले लोकसभा व विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को दाही का आंकड़ा भी पर नहीं करने देंगे।