हरियाणा में ई-टेंडरिंग के विरोध में चंडीगढ़ कूच करने जा रहे सरपंचों को पुलिस ने पंचकूला में ही रोक लिया। इस दौरान पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स पर सरपंच चढ़ गए। पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए हल्के बल का प्रयोग भी किया। जिससे पुलिस और प्रदर्शनकारी सरपंचों के बीच धक्का मुक्की भी हुई। प्रदर्शन में महिलाएं भी शामिल हैं। इसके अलावा किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी और नवीन जयहिंद भी सरपंचों के प्रदर्शन में शामिल होने के लिए पहुंच गए हैं।
ई-टेंडरिंग के विरोध में सरपंच हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के आवास घेरने के लिए कूच कर रहे हैं। सरपंचों ने चेतावनी दी है कि यदि उन्हें पुलिस के द्वारा रोका जाता है तो वह वहीं पर पक्का धरना लगाएंगे। हरियाणा में ई-टेंडरिंग के विरोध में आंदोलन कर रहे सरपंचों और पंचायत मंत्री के बीच वार्ता विफल होने के बाद सीएम आवास घेरने की चेतावनी दी थी।
गांव देहात बचाओ दिया नाम सरपंच एसोसिएशन के प्रदेश प्रधान रणबीर समैण ने इस आंदोलन को गांव देहात बचाओ आंदोलन नाम दिया है। वह मंगलवार को एक वीडियो जारी कर प्रदेशभर के सरपंचों, ग्रामीणों व मनरेगा वर्करों से 1 मार्च को पंचकूला पहुंचने की अपील कर चुके हैं। वीडियो संदेश में उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की धक्काशाही के खिलाफ लड़ाई है। वह इस लड़ाई को मिलकर ही जीत पाएंगे।
पंचकूला ग्राउंड से किया कूच सरपंच एसोसिएशन के प्रधान ने बताया कि हजारों की संख्या में लोग पंचकूला के सेक्टर 5 स्थित शालिग्राम ग्राउंड में एकत्र हुए जहां से दोपहर बाद सभी पैदल मार्च करते हुए CM आवास चंडीगढ़ की तरफ बढ़े। हालांकि चंडीगढ़-पंचकूला बॉर्डर हाउसिंग बोर्ड से थोड़ा पहले ही पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच तीखी झड़प हुई।
चंडीगढ़-पंचकूला पुलिस अलर्ट सरपंचों के चंडीगढ़ कूच को देखते हुए पंचकूला के साथ ही चंडीगढ़ पुलिस अलर्ट पर है। सीमाओं पर पर्याप्त पुलिस बल के साथ ही अग्निशमन वाहनों को तैनात हैं। पुलिस के साथ ही खुफिया विभाग भी एक्टिव है, जिसके द्वारा हर पल की सूचना वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और हरियाणा CMO तक दी जा रही है।
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