चिराग ने कहा कि उन्होंने इस नयी चुनौती से पार पा लिया है और पेरिस ओलंपिक के दौरान इससे निपटने के लिए आत्मविश्वास से भरे हैं। चिराग ने कहा, “जहां तक सर्विस वैरिएशन का संबंध है तो यह नयी चुनौती है लेकिन इसे पूरी तरह से महत्वपूर्ण मानना भी सही नहीं होगा।”
उन्होंने कहा, “ऐसा भी समय था जब हम इसका सामना करने से जूझते रहे थे लेकिन हमने आखिरकार इससे पार पा लिया है। हम जानते हैं कि इससे कैसे निपटना है, हम इसका अभ्यास कर रहे हैं और हमें पूरा भरोसा है कि हम ओलंपिक में इसका सामना करने में मजबूत साबित होंगे।”
दुनिया की मौजूदा तीसरे नंबर की जोड़ी पिछले ओलंपिक में अपने ग्रुप के तीन में से दो मैच जीतने के बावजूद क्वार्टरफाइनल में पहुंचने से चूक गई थी। सात्विक ने कहा, “टोक्यो ओलंपिक में खेलने का अनुभव पेरिस ओलंपिक की हमारी तैयारियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस तरह के ऊंचे स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने से हमें महत्वपूर्ण सीख मिली कि दबाव से कैसे निपटा जाए, फोकस कैसे रखा जाये और खेलने की विभिन्न परिस्थितियों के अनुकूल किस तरह हुआ जाए।”