सिरसा में हाउसिंग बोर्ड फ्लैट्स की बदहाल स्थिति: कौन है जिम्मेदार?
बदतर हालत में हाउसिंग बोर्ड फ्लैट्स
सिरसा में हाउसिंग बोर्ड के फ्लैट्स की हालत बेहद खराब है। इन फ्लैट्स में रहने वाले लोगों को पानी, सीवरेज और अन्य बुनियादी सुविधाओं के अभाव में जीवन बिताना पड़ रहा है। स्थानीय प्रशासन और हाउसिंग बोर्ड की जिम्मेदारी तय करने में हो रही खींचतान ने इस समस्या को और गंभीर बना दिया है।
प्रशासनिक अधिकारियों का गैरजिम्मेदाराना रवैया
हाउसिंग बोर्ड के एसडीओ का कहना है कि ये फ्लैट्स उनकी जिम्मेदारी में नहीं आते। जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने इन समस्याओं को रिपोर्ट किया है, तो जवाब मिला कि उनकी ओर से कोई रिपोर्ट नहीं भेजी गई है। वहीं, पानी और सीवरेज की खराब स्थिति के लिए एक-दूसरे विभागों पर जिम्मेदारी डालने का सिलसिला चलता रहा।
चुनाव के समय राजनीति, बाद में अनदेखी
स्थानीय लोगों का कहना है कि चुनाव के समय नेता वोट मांगने तो आते हैं, लेकिन समस्याओं के समाधान के लिए कोई कदम नहीं उठाया जाता। इन फ्लैट्स में न तो कोई अधिकारी नियमित रूप से निरीक्षण के लिए आता है और न ही समस्याओं के समाधान के लिए कोई ठोस कदम उठाए जाते हैं।
सीवरेज और कचरे की समस्या
फ्लैट्स के आसपास सीवरेज का पानी खुले में बह रहा है और कूड़ा-कचरा जगह-जगह पड़ा हुआ है। यह न केवल स्वास्थ्य के लिए खतरा है बल्कि यहां की पूरी स्थिति को नारकीय बना देता है। फ्लैट्स की इमारतें भी जर्जर हो चुकी हैं और कभी भी ढह सकती हैं, जिससे बड़ा हादसा होने का खतरा है।
स्थानीय निवासियों की मजबूरी
यहां रहने वाले लोग अपनी बदतर स्थिति के बावजूद मजबूरी में शांतिपूर्वक जीवन जीने को मजबूर हैं। उन्हें उम्मीद है कि सरकार या प्रशासन उनकी समस्याओं पर ध्यान देगा और उन्हें बेहतर जीवन देने की दिशा में काम करेगा।
आखिर कौन लेगा जिम्मेदारी?
इस पूरे मामले में सवाल यह उठता है कि इन फ्लैट्स में रहने वाले लोगों की समस्याओं के लिए जिम्मेदारी कौन लेगा? क्या सरकार, प्रशासन और हाउसिंग बोर्ड मिलकर इन समस्याओं का समाधान करेंगे, या यह मुद्दा केवल चुनावी वादों तक ही सीमित रहेगा?
यह जरूरी है कि संबंधित विभाग इस ओर ध्यान दें और जल्द से जल्द यहां की स्थिति सुधारने के लिए कदम उठाएं