भारत अभियान के दूसरे फेज की शुरुआत में खुदरा बिक्री के लिए 3.69 लाख मीट्रिक टन गेहूं और 2.91 लाख मीट्रिक टन चावल उपलब्ध कराया गया है. पहले फेज के दौरान, लगभग 15.20 लाख मीट्रिक टन भारत आटा और 14.58 लाख मीट्रिक टन भारत चावल आम उपभोक्ताओं को सब्सिडी दरों पर उपलब्ध कराया गया.
खाद्य और उपभोक्ता मामलों के केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने मंगलवार को दिल्ली में भारत आटा और भारत चावल के दूसरे फेज की शुरुआत की. केंद्र सरकार भारत ब्रांड के तहत आम लोगों को सस्ती दर पर खाने के सामान मुहैया करा रही है. इस अभियान में चावल और आटा के अलावा और भी कई खाद्य सामान बेचे जाते हैं. भारत अभियान के इस दूसरे चरण में शुरू में 3.69 लाख मीट्रिक टन आटा और 2.91 लाख मीट्रिक टन चावल बेचा जाएगा. आम लोगों के लिए यह बिक्री खुदरा स्तर पर की जाएगी.
आटा-चावल का इतना होगा रेट
भारत अभियान के दूसरे चरण में उपभोक्ताओं को 30 रुपये प्रति किलो की एमआरपी पर भारत आटा और 34 रुपये प्रति किलोग्राम की एमआरपी पर भारत चावल उपलब्ध कराया जा रहा है. कार्यक्रम के दौरान मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए प्रहलाद जोशी ने कहा कि यह पहल उपभोक्ताओं को रियायती कीमतों पर आवश्यक खाद्य वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता को दिखाता है. जोशी ने कहा कि सरकारी हस्तक्षेप के बाद भारत आटा, चावल और दालों के दाम को स्थिर रखने में मदद मिली है.भारत अभियान के दूसरे फेज की शुरुआत में खुदरा बिक्री के लिए 3.69 लाख मीट्रिक टन गेहूं और 2.91 लाख मीट्रिक टन चावल उपलब्ध कराया गया है. पहले फेज के दौरान, लगभग 15.20 लाख मीट्रिक टन भारत आटा और 14.58 लाख मीट्रिक टन भारत चावल आम उपभोक्ताओं को सब्सिडी दरों पर उपलब्ध कराया गया.
भारत आटा और भारत चावल केंद्रीय भंडार, नेफेड, एनसीसीएफ और ई-कॉमर्स या बड़ी चेन खुदरा विक्रेताओं के स्टोर और मोबाइल वैन पर उपलब्ध होंगे. दूसरे चरण के दौरान ‘भारत’ ब्रांड आटा और चावल 5 किलोग्राम और 10 किलोग्राम के बैग में बेचे जाएंगे.
धान खरीद पर बड़ी जानकारी
पंजाब में धान की खरीद पर अपडेट जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 184 लाख मीट्रिक टन के खरीद अनुमान को हासिल किया जाएगा और किसानों के प्रत्येक दाने की खरीद करने के लिए केंद्र सरकार पूरी तरह से तैयार है. 4 नवंबर 2024 तक, पंजाब की मंडियों में कुल 104.63 लाख मीट्रिक टन धान की आवक हो चुकी है, जिसमें से 98.42 लाख मीट्रिक टन की खरीद राज्य एजेंसियों और एफसीआई द्वारा की जा चुकी है.
भारत सरकार द्वारा ग्रेड ‘ए’ धान के लिए तय एमएसपी 2320 रुपये पर की जा रही है. चालू खरीफ मार्केटिंग सीजन 2024-25 में अब तक भारत सरकार द्वारा खरीदे गए कुल धान की कीमत 20557 करोड़ रुपये है. इससे 5.38 लाख किसानों को लाभ मिला है और एमएसपी की राशि उनके बैंक खातों में जमा कर दी गई है.