संसद सत्र के बीच किसान आंदोलन के मद्देनज़र सुरक्षा बढ़ी, दिल्ली के 7 मेट्रो स्टेशन पर अलर्ट जारी।

Parmod Kumar

0
348
  • नई दिल्ली इलाके के 7 मेट्रो स्टेशनों के लिए दिल्ली पुलिस ने लिखा लेटर
  • दिल्ली पुलिस ने 7 स्टेशन बंद करने की तैयारी रखने के लिए मेट्रो से कहा
  • संसद के मॉनसून सत्र के दौरान किसान आंदोलन को देखते हुए तैयारी
विशेष संवाददाता, नई दिल्ली
आज से शुरू हो रहे संसद के मॉनसून सत्र के दौरान किसान संगठनों ने अपने आंदोलन को फिर से तेज करने का ऐलान कर दिया है। किसान संगठनों का कहना है कि सत्र खत्म होने तक उनके 200 प्रतिनिधि रोज नई दिल्ली में इकट्ठा होंगे और संसद का घेराव करेंगे। इसे देखते हुए दिल्ली पुलिस हाई अलर्ट पर है। एक तरफ पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी किसान संगठनों को सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए कार्यक्रम में बदलाव के लिए उन्हें मनाने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ नई दिल्ली में सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं। संसद भवन के आसपास कहीं पर भी ज्यादा लोग जमा न हो पाएं, इसके लिए इंतजाम किए जा रहे हैं।

Delhi Police
नई दिल्ली जिले के डीसीपी दीपक यादव के अनुरोध पर डीसीपी (मेट्रो) जितेंद्र मणि ने दिल्ली मेट्रो के चीफ सिक्योरिटी कमिश्नर को एक पत्र लिखकर कहा है कि सुरक्षा कारणों के चलते संसद सत्र के दौरान नई दिल्ली इलाके में सभी मेट्रो स्टेशनों को बेहद शॉर्ट नोटिस पर किसी भी वक्त बंद कराने की जरूरत पड़ सकती है। इसे देखते हुए वे भी अपनी तरफ से सभी जरूरी इंतजाम करें और अपने स्टाफ को अलर्ट पर रखें। डीसीपी ने लेटर में 7 मेट्रो स्टेशनों, जनपथ, लोक कल्याण मार्ग, पटेल चौक, राजीव चौक, केंद्रीय सचिवालय, मंडी हाउस और उद्योग भवन का जिक्र किया है। हालांकि सूत्रों का कहना है कि जरूरत पड़ी तो बारखंभा रोड, प्रगति मैदान/ सुप्रीम कोर्ट, आईटीओ, खान मार्केट, शिवाजी स्टेडियम जैसे मेट्रो स्टेशन भी बंद कराए जा सकते हैं।
दिल्ली पुलिस की तरफ से यह भी कहा गया है कि कानून व्यवस्था को देखते हुए तुरंत कुछ फैसले लेने पड़ सकते हैं। इसलिए डीएमआरसी किसी एक ऐसे सक्षम अधिकारी को भी तैनात करे, जो पुलिस से निर्देश मिलते ही इन मेट्रो स्टेशनों को बंद करवा सके। मेट्रो के डीसीपी जितेंद्र मणि ने बताया कि इस दौरान सभी मेट्रो स्टेशनों पर सुरक्षा के भी विशेष इंतजाम किए जाएंगे। इस बारे में सीआईएसएफ को भी अलर्ट कर दिया गया है। उन्होंने यह भी साफ कर दिया है कि अभी मेट्रो स्टेशनों को अभी बंद नहीं कराया जा रहा है। जरूरत पड़ने पर ऐसा किया जाएगा।

किसान मानने को तैयार नहीं
कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन के बीच सोमवार से संसद का मानसून सत्र शुरू हो रहा है. किसानों ने सत्र के शुरू होने के साथ ही सिंघु बॉर्डर से संसद तक मार्च करने की चेतावनी दी है. इसको लेकर दिल्ली पुलिस ने किसानों के साथ अहम बैठक की थी. इसमें दिल्ली पुलिस ने किसानों को संसद मार्च की परमिशन देने से इनकार कर दिया. हालांकि, बैठक में जंतर-मंतर के पास प्रदर्शन का विकल्प भी सामने आया. किसानों के इस प्रस्ताव पर दिल्ली पुलिस ने काफी हद तक रजामंदी दी है, लेकिन किसान मानने को तैयार नहीं हैं।

Delhi

कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने जैसी बातें रखीं
जानकारी के मुताबिक, सिंघु बॉर्डर के पास एक बैंक्वेट हॉल में हुई इस बैठक के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकला है. दिल्ली पुलिस ने किसानों के संसद मार्च की मांग को नकार दिया है. किसानों का कहना है कि वे हर हाल में संसद तक मार्च निकालना चाहते हैं. इसलिए अब सोमवार को एक बार फिर दोनों पक्षों की बैठक होगी, जिसमें इस मसले का समाधान निकाला जाएगा. करीब 45 मिनट तक चली इस अहम बैठक के दौरान दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने किसानों के सामने कोरोना से पैदा हुई स्थिति, कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने जैसी बातें रखीं।