नए साल में देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं. जिसमें पंजाब, गोवा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और मणिपुर शामिल हैं. इन विधानसभा चुनावों के लिए मतदाताओं को अपने पक्ष में करने और अपने जनाधार को मजबूत करने के लिए कांग्रेस ने भी अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. इसके तहत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने पंंजाब और गोवा में चुनावी रैलियो को संबोधित करने की घोषणा की है. पार्टी से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस नेता राहुल गांधी 15 और 16 जनवरी को पंजाब और गोवा में चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे.
पंजाब में सत्ता पर वापसी तो गोवा में बहुमत पाने की कांग्रेस के सामने होगी चुनौती
देश के पांच राज्योंं में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं. इन सभी राज्योंं में कांग्रेस बेहतर प्रदर्शन करने के लिए संघर्षरत है, लेकिन इन विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की असली परीक्षा पंजाब और गोवा में ही होनी है. पंजाब में जहां कांग्रेस के सामने अपनी सरकार को वापस बहुमत दिलाने की चुनौती है, तो वहीं गोवा में कांग्रेस इस बार सत्ता में वापसी के लिए संघर्षरत है. असल में पांच राज्योंं में से पंजाब में ही कांग्रेस की सरकार है. जहां बीते महीनों में कांग्रेस ने सत्ता में दोबारा वापसी के लिए कैप्टन अमरिंंदर सिंंह को मुख्यमंत्री पद से हटाकर चरणजीत सिंंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया था. इसके बाद से कांग्रेस पर बेहतर प्रदर्शन करने का दबाब है, तो वहीं गोवा में हुए बीते विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को ही सबसे अधिक सीटें मिली थी, लेकिन भाजपा सरकार बनाने में सफल रही थी. वहीं इस बार टीएमसी ने भी गोवा विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारने का फैसला लिया है. इस सिलसिले में टीएमसी कई पूर्व कांग्रेसियों को पार्टी की सदस्यता दिला चुकी है. ऐसे में कांग्रेस के सामने गोवा में सत्ता में वापसी की चुनौती बनी हुई है.
पांच जनवरी के बाद हो सकता है चुनावों की तारीखों का ऐलान
देशभर में कोरोना का ओमिक्रॉन वैरिएंट तेजी से पैर प्रसार है. ऐसे में पूर्व में अटकलें लगाई जा रही थी कि पांंच राज्यों में प्रस्तावित विधानसभा चुनावों को टाला जा सकता है, लेकिन गुरुवार को मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों को लेकर कई घोषणाएं की हैं. इसके साथ ही विधानसभा चुनावों को टालने की अटकलों पर विराम लग गया है. साथ ही गुरुवार को चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान पांच जनवरी के बाद हो सकता है. जिसके बाद यह तय हो गया है कि राज्योंं में चुनाव को लेकर तैयारियां अंतिम चरणाें में पहुंच गई हैं.