सिरसा। शिक्षा ज्ञान से समाज को सही दिशा दिखाने वाले सेवानिवृत अध्यापक अब युवाओं को नशा प्रवृति की दलदल से बाहर निकलने व इससे दूर रहने के लिए जागरूक करेंगे। गांव के सेवानिवृत अध्यापक कमेटी बनाकर युवाओं में दृढ इच्छा शक्ति जागृत करेंगे, जिससे युवा इस बीमारी से छुटकारा पा सकें और भविष्य में नशा न करने के लिए संकल्पित हो सकें। उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण ने बताया कि जिला से नशा प्रवृति को जड़मूल से खत्म करने के लिए नशा मुक्ति अभियान के तहत विभिन्न गतिविधियों का प्रभावी रूप से क्रियान्वयन किया जा रहा है। अभियान को सफल बनाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से विभागों की अलग-अलग जिम्मेवारियां निर्धारित की हुई हैं। इसी कड़ी में शिक्षा विभाग के माध्यम से प्रत्येक गांव में सेवानिवृत अध्यापक ग्रामीणों को विशेषकर युवाओं को नशे के प्रति जागरूक करेंगे। उन्होंने बताया कि सेवानिवृत शिक्षक अनमोल हिरे की तरह होते हैं, जिनका अनुभव नशा मुक्ति अभियान को बल देगा। एक अध्यापक का युवाओं पर गहरा प्रभाव होता है। एक अध्यापक की बातों का असर दूसरे व्यक्ति की अपेक्षा कहीं अधिक होता है। इसलिए गांव के सेवानिवृत अध्यापक अपने गांवों के युवाओं को नशा न करने के लिए प्रभावी रूप से जागरूक कर सकते हैं। इसके साथ ही जो युवा इस दलदल में फंस गया है, उसमें दृढ इच्छा शक्ति को जागृत कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक गांव में सेवानिवृत अध्यापक कमेटी बनाकर गांव स्तर पर नशा मुक्ति की मुहिम चलाएं, जिससे गांव को नशा मुक्त बनाया जा सके।
दृढ इच्छा शक्ति के बल पर नशे से छुटकारा संभव : उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण
उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण ने कहा कि दृढ इच्छा शक्ति के बल पर नशे से छुटकारा पाया जा सकता है। इसके साथ ही प्रशासन द्वारा जिला में नशा मुक्ति केंद्र बनाए गए हैं, जहां पर इलाज द्वारा नशा छुड़ाया जाता है। उन्होंने कहा कि गांव में कोई भी व्यक्ति नशे की दलदल में फंस गया है, तो उसे नशा छुड़वाने के लिए प्रेरित करें तथा उसे इलाज के लिए जागरूक करें। ग्रामीण अपने गांव को नशा मुक्त बनाने में एकजुटता के साथ कार्य करें। यदि कोई गांव नशा मुक्त होता है, तो उस गांव को विकास कार्यों के लिए अलग से धनराशि उपलब्ध करवाई जाएगी। इसलिए ग्रामीण अपने गांव को नशा मुक्त करके विकास की ओर अग्रसर होने में भूमिका निभाएं।
भजन पार्टियां लोक गीतों से लोगों को कर रही जागरूक :
नशा मुक्ति अभियान के तहत सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग की भजन मंडलियां भी लोक गीतों के माध्यम से ग्रामीणों को नशा न करने के लिए जागृत कर रही हैं। भजन मंडलियां गांव-गांव जाकर लोगों को नशा प्रवृति के दुष्परिणामों के बारे में जानकारी देते हुए इससे बाहर निकलने के लिए प्रेरित कर रही हैं। भजन मंडलियां जिला के प्रत्येक गांव को कवर करेंगी।