नहर में गोवंश के कटे सिर और मांस से भरे कट्टे मिलने से लोग हैरानी में हैं। भाखड़ा नहर में गोवंश के कटे सिर और मांस से भरे कट्टे मिलने का सिलसिला तीसरे दिन भी जारी है। गो सेवकों व पुलिस ने पहरा लगाया है। पंजाब तक निगरानी के लिए प्रयास किया जा रहा है।
हरियाणा के कुरुक्षेत्र में भाखड़ा नहर में गोवंश के कटे सिर व चमड़ी से भरे कट्टे मिलने से हर कोई सन्न है। यह सिलसिला तीसरे दिन सोमवार को भी जारी रहा। जहां एक सिर व चार कट्टे चमड़ी से भरे मिले। इस मामले का पर्दाफाश करना जहां पुलिस के लिए चुनौती बन गया है वहीं नहर पर गो सेवकों व पुलिस ने पहरा लगा दिया है।
सोमवार रातभर गो सेवक, गोताखोर व पुलिस की टीमें सर्च अभियान चलाती रही तो वहीं आशंका जताई जाने लगी है कि यह पंजाब की ओर से ही नहरों में डाले जा रहे हैं। ऐसे में अब पुलिस ने पंजाब तक प्रयास शुरू कर दिए हैं। पटियाला पुलिस से सभी संपर्क साधा गया है। फिलहाल समाचार लिखे जाने तक आरोपियों का कोई पता नहीं चल सका था।
बता दें कि शनिवार को गांव दबखेड़ी के पास गोवंश का एक सिर मिला था। हालांकि सूचना मिलने पर डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची थी और गोताखोर प्रगट सिंह की टीम ने इसे बाहर निकाला, जिसके बाद इसे मिट्टी में दबा दिया गया था। मामला उस समय चर्चा का विषय बन गया जब गत दिवस सुबह फिर एक सिर मिला तो शाम होते-होते करीब 10 गोवंश के सिर व चमड़ी से भरे कट्टे बरामद हुए।
यह देख हर कोई सन्न रह गया तो वहीं मौके पर गो रक्षा को लेकर पुलिस विभाग के नोडल अधिकारी डीएसपी सुभाष चंद भी टीम के साथ पहुंचे। मामला गंभीर देख रातभर पुलिस, गोताखोर व गो सेवकों की अलग-अलग टीमें रातभर अंबाला सीमा तक गश्त करती रही।
वहीं सोमवार दोपहर बाद फिर झांसा के पास एक सिर मिला तो कुछ कट्टे भी मिले। हालांकि समाचार लिखे जाने तक यह नहीं स्पष्ट हो पाया था कि कट्टों में क्या भरा था लेकिन लगातार सिर व चमड़ी से भरे कट्टे मिलने को अब हर कोई बेहद गंभीर मामला मान रहा है।
कटे सिरों पर बंधी मिली रस्सी
गोताखोर प्रगट सिंह बताते हैं कि रविवार शाम को मिले सिर व कट्टों में चमड़ी करीब 10 दिन पहले की है जबकि अलग-अलग मिले सिर एक दिन पहले के ही थे। इन पर लाल रस्सी तक बंधी मिली थी।
सिर व चमड़ी से भरे कट्टे मिलना बेहद गंभीर : जितेंद्र
गोशाला सेवा संघ के जिलाध्यक्ष जितेंद्र शर्मा का कहना है कि नहर में गोवंश व उनकी चमड़ी से भरे कट्टे मिलना बेहद गंभीर मामला है। सोमवार को भी जब गो सेवक नहर पर दोपहर बाद गश्त कर रहे थे उसी दौरान झांसा के पास फिर नहर में एक सिर मिला तो चार कट्टे भी मिले। ये सभी पुलिस की मौजूदगी में मिट्टी में दबाए गए। पुलिस भी इस मामले की गंभीरता से जांच में लगी है।
30 साल में पहली बार देखे ये हालात : प्रगट सिंह
गोताखोर प्रगट सिंह का कहना है कि वे करीब 30 साल से नहरों से शव निकालते रहे हैं, लेकिन ये हालात पहली बार देखे हैं कि इस कदर गोवंश के कटे सिर मिले हो। यह गोवंश तस्करी से संबंधित मामला लग रहा है। मिले सभी सिर बैल के हैं। उम्मीद है कि पुलिस जल्द पर्दाफाश कर देगी।
नहर पर लगाई गश्त, पंजाब में भी संपर्क : डीएसपी
डीएसपी सुभाष चंद का कहना है कि नहर पर पुलिस गश्त लगा दी गई है, जो गो सेवकों व गोताखोरों की टीम को साथ लेकर दिन रात सर्च अभियान चलाए हुए है। ये सिर व चमड़ी के कट्टे पंजाब की ओर से ही आने की आशंका है, जिसके चलते पंजाब पुलिस से भी संपर्क साधा जा रहा है। वहां की पुलिस भी अलर्ट हो चुकी है।