सिरसा से सिख संगत भी पहुंचेगी मोहाली:बंदी सिखों की रिहाई के लिए 22 फरवरी को रवाना होगा काफिला, बॉर्डर पर हो चुकी हिंसा

Parmod Kumar

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श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी व सिख बंदियों की रिहाई की मांग को लेकर मोहाली में लगाए गए मोर्चा पर समर्थन देने के लिए 22 फरवरी को हरियाणा के सिरसा के गुरुद्वारा चिल्ला साहिब से सिख संगत का जत्था रवाना होगा। जत्थे में हजारों लोग मोहाली कूच कर सिख बंदियों की रिहाई के लिए चल रहे संघर्ष रूपी यज्ञ में आहूति डालेंगे।

गुरुवार को सिरसा के ऐतिहासिक गुरुद्वारा चिल्ला साहिब में बाबा नरेंद्र सिंह ने बताया कि बाबा अजीत सिंह की अगुवाई में कौमी इंसाफ मोर्चा मोहाली के लिए काफिला गुरुद्वारे से रवाना होगा। उन्होंने संगत से आह्वान किया कि 22 फरवरी को सुबह 7 बजे से पहले गुरुद्वारे में एकत्रित हो जाएं। वहीं काफिले में किसी दोपहिया वाहन को नहीं ले जाया जाएगा।

ये मसला अकेले सिख बिरादरी का नहीं
इस मौके पर प्रकाश ममेरां ने कहा कि ये मसला अकेले सिख बिरादरी का नहीं है। जिन गुरुओं ने हिंदू धर्म की रक्षा के लिए अपने परिवार तक को न्यौछावर कर दिया। ऐसे सिख समाज के लिए भी संविधान बराबर होना चाहिए। ममेरां ने कहा कि सरकार राजनीति से प्रभावित लोगों को तो रिहा कर रही है, लेकिन जिन लोगों ने देश के लिए अपनी जान तक न्यौछावर कर दी, उस कौम के लोगों को सजा पूरी होने के बाद भी रिहा नहीं कर रही।

इस मौके पर बीकेई अध्यक्ष लखविंद्र सिंह औलख ने बताया कि रोड़ी, डबवाली के गांवों की संगत जिनमें फग्गू, रोहन, थिराज, तिलोकेवाला, पिपली, माखां, पाना गांवों से संगत सरदूलेवाला बैरियर पर आकर मोर्चा के लिए जत्थे में शामिल होंगी। इस मौके पर बाबा जगतार सिंह, सुरेंद्र सिंह रानियां, लखविंद्र सिंह, मिलाप सिंह मौजूखेड़ा उपस्थित थे।