खुश्खबरी: सिंचाई के लिए सौर पंप लेने वाले किसानों को देनी होगी मात्र 25 प्रतिशत राशि

Bhawana Gaba

0
1399

सिरसा। बिजली, जेल एवं अक्षय ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि प्रदेश में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा कई कारगर योजनाएं क्रियांवित की गई है। सौर ऊर्जा शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ छोटी ढाणियों में भी बेहद फायदेमंद साबित हो रही है। सौर ऊर्जा के उपयोग से जहां बिजली के बिलों में बचत हो रही है वहीं पर्यावरण भी स्वच्छ रहता है। प्रदेश सरकार द्वारा सौर ऊर्जा के उपकरणों पर दी जा रही सब्सिडी से आज प्रदेशवासियों का सौर ऊर्जा के उपयोग की तरफ रुझान बढ़ रहा है।

मनोहर ज्योति योजना से लाभ

इस योजना के तहत हर परिवार को एक 150 वाट का सोलर सिस्टम दिया जाता है जिसमें सोलर सिस्टम के साथ लीथियम की बैटरी भी दी जाती है। इस सिस्टम से 3 एलईडी लाइट, एक पंखा और मोबाइल चार्जिंग पोर्ट चलाया जा सकता है। योजना के तहत 150 वाट का सोलर पैनल समेत तमाम सामान की लागत केवल 22 हजार 500 रुपए आती है। इस पर हरियाणा सरकार 15 हजार रुपए की सब्सिडी दे रही है। लाभार्थी 7 हजार 500 रुपए जमा करके इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। मनोहर ज्योति योजना के लिए आवेदन करते समय आवेदक को आधार कार्ड, बैंक खाता, हरियाणा का निवासी होने का मूल निवासी प्रमाण पत्र व बैंक खाता (जो आधार नंबर से जुड़ा होना चाहिए) आदि दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ेगी।

मनोहर ज्योति योजना के लिए आवेदन

इस योजना के तहत घर पर सोलर पैनल लगवाने के लिए आपको एचएआरईडीएडॉटजीओवीडॉटइन  वेबसाइट पर जाना होगा। इसके अलावा अधिक जानकारी के लिए आप 0172-2586933 पर भी संपर्क कर सकते हैं।

सिंचाई के लिए सौर पंपों पर किसान को देनी होगी मात्र 25 प्रतिशत की राशि

बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि खेतों में सौर पंपों के माध्यम से सिंचाई भी बेहद कामयाब साबित हो रही है। इससे न केवल किसानों को डीजल का खर्च वहन नहीं करना पड़ेगा बल्कि अच्छी सब्सिडी पर सरकार द्वारा किसानों को सौर पंप दिए जा रहे हैं। इसमें 3 एचपी, 5 एचपी, 7.5 एचपी एवं 10 एचपी तक सौर पंप उपलब्ध है। इन पंपों पर  किसान को केवल 25 प्रतिशत राशि का भुगतान करना होगा बाकी की 75 प्रतिशत अनुदान सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत अनुदान का लाभ उन किसानों को मिलेगा, जो अपने खेत में स्प्रिंकलर सेट (फव्वारा सिस्टम), ड्रिप सिस्टम (टपका सिंचाई) अथवा भूमिगत पाइप लाइन का उपयोग करेंगे। घरेलू, संस्थानिक एवं वाणिज्य भवनों के बिजली बिलों में कमी लाने के लिए ग्रिड आधारित रूफ टॉप पावर प्लांट लगाने वालों को भी सरकार ने अनुदान देने का निर्णय लिया है। एक से 10 केडब्ल्यू के घरेलू पावर प्लांट पर 40 फीसद अनुदान दिया जाएगा।

गोशाला में सौर ऊर्जा प्लांट

बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने बताया कि जिला सिरसा की 93 गौशालाओं में सोलर पावर प्लांट लगाए गए जिनकी कुल क्षमता 300 किलोवॉट से अधिक है। इनमें 28 बैटरी के साथ तथा 65 बिना बैटरी के हैं तथा सभी सिस्टम ग्रीड कनेक्टिड किए गए हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में सबसे अधिक प्लांट सिरसा जिले में स्थापित किए गए हैं। इसके अलावा जिले की 10 पीएचसी / सीएचसी में 5 किलोवाट व 10 किलोवॉट के पावर प्लांट बैटरी बैंक के साथ लगाए जा चुके हैं ताकि इनमें निर्बाध रूप से बिजली उपलब्धता बनी रहे। जिले में सभी छह आरोही व छह कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में भी कनेक्टिड पावर प्लांट स्थापित किए गए हैं जिनकी कुल क्षमता 150 किलोवॉट की गई है। जिले में मेगावाट प्लांट जिसकी क्षमता 10 एमडब्ल्यू से लेकर 150 एमडब्ल्यू तक की गई है, को विभिन्न कंपनियों द्वारा जिला के अलग – अलग गांवों में स्थापित किया जा रहा है तथा यह कार्य जारी है।

ऊर्जा दक्षता एवं ऊर्जा संरक्षण 

बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने बताया कि सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन करना उससे अधिक महत्वपूर्ण है बिजली की बचत करना चाहे वह बिजली किसी भी स्त्रोत से उत्पादित हो नागरिकों में बिजली यानी ऊर्जा की बचत कैसे करें इसके लिए विभिन्न माध्यमों के द्वारा ने प्रेरित किया जाता है यह भी सरकार की योजना है इसके अतिरिक्त पिछले वर्ष 15 स्कूलों में ऊर्जा दक्ष उपकरण जैसे कि एलईडी बल्ब फाइव स्टार सीलिंग फैन प्रदान किए गए जिससे कि स्कूली बच्चे ऊर्जा दक्षता एवं संरक्षण के महत्व को समझें तथा उनके माध्यम से अपने परिवार एवं मित्रों को यह संदेश जाए पिछले वर्ष विभाग द्वारा निबंध प्रतियोगिताएं का आयोजन किया गया जिसमें जिले के 20000 से अधिक बच्चों ने भाग लिया ऊर्जा का सदुपयोग हो तथा यह व्यर्थ न जाए इसके लिए जिले में लगभग 58 सरकारी भवनों में सभी लाइटों को एलईडी लाइट में बदला गया जिससे बिजली के बिल में कमी लाई जा सके इस वर्ष जिला में तीन मुख्य भवनों का एनर्जी ऑडिट के लिए भी प्रस्ताव किया गया है।