सिरसा। पहली बार शहर में बेसहारा और दुधारू पशुओं को पकड़ने के लिए महाअभियान चलाया गया। जिला नगर आयुक्त सुरेंद्र बैनीवाल अलसुबह चार बजे 350 कर्मचारियों, पुलिस बल, पशुपालन विभाग व नगर परिषद के अधिकारियों के साथ मैदान में उतरे। लेकिन इतने कर्मचारी होने के बावजूद टीम केवल 90 पशु ही पकड़ पाई।शहर में आठ किलोमीटर पैदल चलकर पुराने शहर का चक्कर लगाते हुए 90 बेसहारा पशुओं को हांक कर रामनगरियां गोशाला पहुंचाया।नगर परिषद की टीम अलसुबह चार बजे लालबत्ती चौक पर इकट्ठा हुई। फायर ब्रिगेड की गाड़ियों से लेकर एंबुलेंस तक मौके पर मौजूद थी। वहीं, पुलिस पीसीआर व डायर 112 की गाड़ी भी साथ चलती नजर आई। जिला नगर आयुक्त सुरेंद्र बैनीवाल ने महाअभियान की शुरुआत की। लालबती चौक, सिरसा कल्ब, सांगवान चौक, पोस्ट ऑफिस, अंबेडकर चौक, बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन, रानियां रोड, पटेल चौक, मुख्य बाजारों से बेसहारा पशुओं को पकड़ा गया।
जिला नगर आयुक्त सुरेंद्र बैनीवाल, कार्यकारी अधिकारी अतर सिंह खनगवाल रानियां रोड, पटेल बस्ती क्षेत्र में डेयरी मालिकों को समझाने के लिए पहुंचे। जिला नगर आयुक्त ने एक पशु डेयरी में अतिरिक्त पशु बंधे देखे तो उन्होंने डेयरी मालिकों को फटकार लगाते हुए कहा कि पशुओं को बांधने की व्यवस्था नहीं है तो क्यों उनका दम घोट रहे हो। जितनी जगह है उन ही पशु रखे।
नगर परिषद द्वारा चारे की टाल चलाने वाले लोगों की सूची बनाई जा रही है। डीएमसी ने आदेश दिए थे कि कोई टाल संचालक खुले में घूमने वाले पशुओं के लिए दानी सज्जनों व लोगों को चारा देता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई करें। सड़कों पर चारा ही नहीं डालेंगे तो हादसे नहीं होंगे।
बेसहारा पशुओं को लेकर आज महाअभियान चलाया गया था। इस अभियान का मकसद लोगों को बताना था कि प्रशासन पूरी तरह से शहर को बेसहारा पशु मुक्त करेंगा। हमारा अभियान आगे भी जारी रहेगा। डेयरी संचालकों से अपील है कि वह खुले में पशु न छोड़े। -सुरेंद्र बैनीवाल, जिला नगर आयुक्त!