सिरसा CIA पुलिस को मिली बड़ी सफलता, 25 करोड की हेरोइन के साथ दो तस्कर गिरफ्तार
गुप्त सूचना पर पुलिस ने की नाकाबंदी सीआईए एलनाबाद इंचार्ज जगदीश और उनकी टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि डबवाली-सिरसा रोड की तरफ से एक सफेद रंग की कार में मादक पदार्थ की तस्करी की जा रही है। इस सूचना पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए नाकाबंदी की और संदिग्ध वाहन को रोका।
पुलिस ने की तस्करों की गिरफ्तारी पुलिस ने जब वाहन की जांच की तो उसमें से 4 किलो 256 ग्राम हेरोइन बरामद हुई। मौके पर एनडीपीएस कानून के तहत आवश्यक प्रक्रिया अपनाई गई और दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अभिषेक, निवासी छतरगढ़ पट्टी (सिरसा) और प्रदीप, निवासी बठिंडा (पंजाब) के रूप में हुई है।
तस्करी में पाकिस्तान से जुड़े होने के संकेत पुलिस द्वारा बरामद हेरोइन के आठ पैकेट्स में से कुछ पर पाकिस्तान की मुद्रा के ₹1 के नोट चिपके हुए मिले, जो इस मामले में अंतरराष्ट्रीय तस्करी की संभावना को दर्शाते हैं। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि यह खेप वास्तव में पाकिस्तान से स्मगल की गई थी या नहीं।
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी दोनों आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लेकर विस्तृत पूछताछ की जाएगी ताकि पता लगाया जा सके कि यह ड्रग्स नेटवर्क कहां तक फैला हुआ है। पुलिस अब यह जानने का प्रयास कर रही है कि इस खेप को कहां से लाया गया था, गाड़ी किसकी थी, और अन्य कौन-कौन से लोग इस नेटवर्क में शामिल हैं।
ड्रग्स नेटवर्क तोड़ने का प्रयास सिरसा जिला नशे की तस्करी से काफी प्रभावित है, क्योंकि इसकी सीमा पंजाब के तीन जिलों- बठिंडा, मुक्तसर और मानसा से लगती है। पुलिस लगातार नशे के खिलाफ अभियान चला रही है और इस बड़े नेटवर्क को तोड़ने का हर संभव प्रयास कर रही है।
तस्करी की बड़ी खेप, अंतरराष्ट्रीय कीमत 20 करोड़ से अधिक पुलिस के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस हेरोइन की कीमत 20 करोड़ रुपये से अधिक आंकी जा रही है। हाल ही में फतेहाबाद जिले में भी इसी तरह की बड़ी खेप बरामद हुई थी।
अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई पुलिस का कहना है कि इस मामले में अब तक तीन लोगों की पहचान हो चुकी है और जल्द ही अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर इस तस्करी के तार नार्को-टेररिज्म से जुड़े पाए गए तो इस मामले की जांच और गहराई से की जाएगी।
सख्त संदेश: नशा तस्करों के खिलाफ कोई ढील नहीं पुलिस ने नशे के कारोबार में लिप्त लोगों को सख्त चेतावनी दी है कि वे इस अवैध धंधे को छोड़ दें, क्योंकि पुलिस किसी भी हाल में तस्करों को बख्शने के मूड में नहीं है। साथ ही, आम जनता से भी अपील की गई है कि वे नशा मुक्त समाज बनाने में पुलिस का सहयोग करें।
समाज को जागरूक करने की जरूरत पुलिस लगातार अवेयरनेस प्रोग्राम चला रही है ताकि युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराया जा सके। पुलिस का मानना है कि इस नेटवर्क को तोड़ने के लिए सिर्फ कानून व्यवस्था ही नहीं, बल्कि समाज की जागरूकता भी आवश्यक है।













































