नेशनल आईडी में विद्यार्थियों की नाम, स्थान, कक्षा, फोन नंबर व जाति की जानकारी दी जाएगी। इस आईडी के माध्यम से एक क्लिक से विद्यार्थी की संपूर्ण जानकारी स्कूल प्रशासन देख सकता है। ऐेसे में स्थानांतरण व चरित्र प्रमाणपत्र संबंधी कोई झूठी जानकारी नहीं दे पाएगा।
अब विद्यार्थियों को स्कूल बदलने के लिए स्थानांतरण प्रमाणपत्र और चरित्र प्रमाणपत्र लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। शिक्षा विभाग ने विद्यार्थियों की नेशनल आईडी बनाई है। यह आईडी राजकीय स्कूल की ही नहीं अपितु निजी स्कूलों, मदरसों, गुरुकुल आदि संस्थाओं की भी बनाई जाएंगी। नई पहल के तहत जिले में 2 लाख 50 हजार विद्यार्थियों की आईडी बनाई जानी। शिक्षा विभाग अब तक 1 लाख 25 हजार विद्यार्थियों की नेशनल आईडी बना चुका है।
इस आईडी के माध्यम से एक क्लिक से विद्यार्थी की संपूर्ण जानकारी स्कूल प्रशासन देख सकता है। ऐेसे में स्थानांतरण व चरित्र प्रमाणपत्र संबंधी कोई झूठी जानकारी नहीं दे पाएगा। स्कूल छोड़ने पर विद्यार्थी व उनके अभिभावकों को भी चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। इसके जरिये एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने पर इस आईडी के माध्यम से प्रवेश लेना आसान हो जाएगा।
पहले राज्य स्तर पर होती थी आईडी
पहले यह आईडी सिर्फ राज्यस्तर पर बनाई गई थी। अब इस आईडी का विस्तार कर इसे राष्ट्रीय स्तर पर कर दिया गया है। इस आईडी से विद्यार्थी की पूरी शैक्षिक योग्यता, स्कूल आदि का ब्योरा एक क्लिक पर सामने होगा। आईडी से विद्यार्थियों तक पहुंचने वाली योजनाओं का उन्हें सीधा लाभ मिल पाएगा। स्कूल छोड़ने वाले विद्यार्थियों की ट्रैकिंग करने के साथ सरकारी योजनाओं के लाभ मिल रहा है या नहीं इसकी भी जानकारी मिल सकेगी।
नेशनल आईडी में होगी ये जानकारी
नेशनल आईडी में विद्यार्थियों की नाम, स्थान, कक्षा, फोन नंबर व जाति की जानकारी दी जाएगी। इस प्रकार विद्यार्थी किस स्कूल में पढ़ रहा है, किस कक्षा में पढ़ रहा है इसके बारे में बताया जाएगा। इसके अलावा बच्चे को किस योजना का फायदा मिल रहा है, योजना के अलावा और क्या फायदा ले रहा है इसके बारे में भी जानकारी होगी। वहीं इस आईडी में विद्यार्थियों के सभी प्रमाणपत्र, स्थानांतरण व चरित्र प्रमाणपत्र आदि इसी आईडी में होंगे।
अधिकारी के अनुसार
नेशनल आईडी शिक्षा विभाग की ओर से जनरेट की जा रही है। जिले के कुल 2 लाख 50 हजार विद्यार्थियों में से 1 लाख 25 हजार विद्यार्थियों की नेशनल आईडी बन चुकी है। जल्द ही बाकी विद्यार्थियों की भी आईडी बन जाएगी। इस आईडी के बनने से विद्यार्थियों, अभिभावकों व स्कूल को भी फायदा होगा। एक क्लिक पर विद्यार्थियों की संपूर्ण जानकारी मिल जाएगी।