Sirsa News -मुख्यमंत्री उड़नदस्ते को रोड सफाई के टेंडर में मिली गड़बड़ी, दस्तावेज जब्त

parmodkumar

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सिरसा। मुख्यमंत्री उड़नदस्ते यानी सीएम फ्लाइंग की टीम ने शुक्रवार सुबह 9 बजे रानियां नगर पालिका में छापा मारा। इस दौरान टीम ने साढ़े आठ घंटे तक रिकॉर्ड खंगाला और रोड की सफाई के टेंडर में बड़े स्तर पर गड़बड़ी मिली।
दो करोड़ रुपये का टेंडर एक निजी एजेंसी को 60 प्रतिशत माइनस पर दिया मिला। इससे रोड सफाई की गुणवत्ता और कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए। वहीं, सरकार का नियम है कि 30 प्रतिशत से नीचे माइनस में काम नहीं दिया जाएगा। टेंडर के सभी दस्तावेज और अब तक पास हुए बिलों की डिटेल रिपोर्ट सीएम फ्लाइंग की टीम अपने साथ ले गई। इससे टेंडर बनाने वाले और टेंडर देने वाले दोनों अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लग गए हैं।
दो करोड़ का काम कोई एजेंसी 70 लाख रुपये में कैसे कर देगी। इसका अर्थ यही है कि पहले ही टेंडर की राशि को दो गुणा से ज्यादा बढ़ा दिया गया था। ताकि एजेंसी को घाटा दिखाते हुए टेंडर दिया जा सके। इन्हीं चीजों को देखते हुए सीएम फ्लाइंग की टीम ने मुख्यालय में इस टेंडर की जांच करवाने की रिपोर्ट दी है।
कार्यों में गड़बड़ी की शिकायत मिली थी
रानियां के अंदर चलाए जा रहे स्वच्छ भारत मिशन और विकास कार्यों में गड़बड़ी की शिकायत प्राप्त होने पर सीएम फ्लाइंग की टीम ने कार्रवाई की। इस दौरान उपनिरीक्षक राजेश कुमार, उपनिरीक्षक साधुराम व उप निरीक्षक चंद्रभान की संयुक्त टीम ने सभी दस्तावेजों की जांच की। सुबह 9 बजे कार्यालय में आने के बाद शाम साढ़े 5 बजे तक जांच की। टीम सदस्यों ने बताया कि विकास कार्यों, सफाई शाखा और स्वच्छ भारत मिशन के दस्तावेजों की जांच की है। दस्तावेजों को जब्त किया गया है।
यह आंकड़ा किया प्रस्तुत
स्वच्छ भारत मिशन के लिए मौजूदा वित्त वर्ष के लिए नगर पालिका रानियां को 4 करोड़ 8 लाख रुपये का अनुमानित बजट सरकार ने दिया है। नगर पालिका रानियां में डोर टू डोर कचरा उठान के कार्य का 22 वर्ष के लिए पूजा वेस्ट मैनेजमैंट प्राइवेट लिमिटेड (रोहतक) को 2350 रुपये प्रति टन के हिसाब से दिया गया है। वहीं, रोड स्वीपिंग का टेंडर डिंग मेन पावर प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया है।
कर्मचारी नहीं मिले वर्दी में
टीम ने जांच के दौरान सफाई कर्मचारियों की जांच की गई तो कई सफाई कर्मचारी बिना वर्दी के मिले। 10 प्रतिशत कर्मचारियों ने भी वर्दी नहीं पहनी हुई थी। इसको लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए कि कर्मचारी सभी ड्रेस में होने चाहिए। वहीं, नगर पालिका में सचिव पद का रिक्त होने के कारण कालांवाली के नगर पालिका सचिव गिरधारी लाल को अतिरिक्त कार्य भार सौंपा हुआ था। निरीक्षण की सूचना मिलने पर वह मौके पर पहुंचे।