दीक्षांत समारोह के आयोजन का उद्देश्य केवल उपाधि लेना-देना ही नहीं है बल्कि यह क्षण अपने आप को मानवता के प्रति समर्पित करने का प्रण लेने का अवसर है। लोग मंगल पर जीवन को ढूंढने में व्यस्त हैं जबकि हमारा अंतिम लक्ष्य और परम कर्त्तव्य जीवन में मंगल को ढूंढना होना चाहिए। यह विचार ओडिशा के पूर्व राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल ने राजकीय नैशनल महाविद्यालय, सरसा में आयोजित दीक्षांत समारोह-2024 में मुख्य अतिथि के तौर पर अपने दीक्षांत संबोधन में व्यक्त किए।
उन्होंने लार्ड कृष्णा व अर्जुन के संवादों, विश्व भर के चिंतकों एवं दार्शनिकों व तमाम धार्मिक ग्रंथों का हवाला देते हुए कहा कि व्यक्ति को अपने लिए नहीं मानवता के लिए जीना चाहिए। प्रो. लाल ने कहा कि उनका सपना है कि पूरा विश्व बिना किसी धर्म, देश, सीमा, समाज, जाति के बंधनों द्वेषों से मुक्त एक परिवार हो। उन्होंने सभी उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को मुबारकबाद देते हुए उनका आह्वान किया कि वह प्रेम को अपने जीवन का आधार बिंदु बनाते हुए पूरे विश्व को एक परिवार के रूप में साकार देखने हेतु अपनी बनती भूमिका का निर्धारण करें।
जीएनसी दीक्षांत समारोह हुआ सफलतापूर्क संपन्न –
महाविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. हरविंदर सिंह ने बताया कि उप-प्राचार्य प्रो. हरजिंदर सिंह के संयोजन व डॉ. नवीन कुमार मक्कड़ एवं डॉ. हरविंदर सिंह के सह-संयोजन में सफलतापूर्वक संपन्न हुए इस दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. संदीप गोयल ने की। सर्वप्रथम कॉलेज कौंसिल व वरिष्ठ स्टाफ सदस्यों द्वारा मुख्य अतिथि प्रो. गणेशी लाल के महाविद्यालय में आगमन पर उनके स्वागत उपरांत प्राचार्य कार्यालय में उनके सम्मान में रोबिंग सेरेमनी की गई। तत्पश्चात प्राचार्य डॉ. संदीप गोयल द्वारा शिक्षक स्टाफ सदस्यों का मुख्यअतिथि प्रो. गणेशी लाल से परिचय करवाया गया और शैक्षणिक प्रोसेशन निकालते हुए मुख्य अतिथि को मंच पर आसीन किया गया।
मुख्य अतिथि प्रो. गणेशी लाल, समारोह की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य डॉ. संदीप गोयल, चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय, सरसा के परीक्षा नियंत्रक प्रो. शैलेंद्र हुडा, प्रो. हरजिंदर सिंह, डॉ. स्मृति कंबोज व डॉ. अनुदीप गोयल द्वारा सरस्वती देवी के समक्ष दीप प्रज्वलन व माल्यार्पण के बाद महाविद्यालय के ध्येय गीत की प्रस्तुति की गई। प्राचार्य डा. संदीप गोयल ने मुख्य अतिथि का औपचारिक स्वागत व परिचय प्रदान करते हुए कहा कि इसी महाविद्यालय के गणित विभाग में अपनी सेवाएं प्रदान करने के उपरान्त हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री और फिर ओडिशा के राज्यपाल के पद को सुशोभित कर चुके प्रो. गणेशी लाल ने इस दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत कर महाविद्यालय को गौरवान्वित किया है।
चार सौ विद्यार्थियों ने हासिल की स्नातक व स्नातकोत्तर की उपाधि –
प्रो. गणेशी लाल को कर्मठ राजनेता, प्रतिबद्ध समाजसेवी और प्रखर एवं ओजस्वी वक्ता बताते हुए डा. संदीप गोयल ने कहा कि उनका विचारोत्तेजक एवं प्रेरणाप्रद संबोधन हम सभी के लिए यकीनन उत्साहवर्धक एवं मार्गदर्शक साबित होगा। उन्होंने अन्य अतिथिगणों व अन्य उपस्थितजन का भी स्वागत किया और दीक्षांत समारोह को शुरू किए जाने की विधिवत घोषणा की। इस अवसर पर अपने दीक्षांत भाषण के बाद मुख्य अतिथि प्रो. गणेशीलाल ने अपने कर-कमलों से 250 विद्यार्थियों को स्नातक व 150 विद्यार्थियों को स्नातकोत्तर की उपाधि प्रदान की। प्राचार्य डा. संदीप गोयल ने दीक्षांत समारोह के संपन्न होने की विधिवत घोषणा करते हुए इन ऐतिहासिक क्षणों का साक्षी बनने और प्रो. गणेशीलाल जैसी महान विभूति के कर-कमलों से उपाधि प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को मुबारकबाद प्रदान की।
स अवसर पर महाविद्यालय परिवार की ओर से मुख्य अतिथि प्रो. गणेशी लाल को स्मृति चिन्ह भेंट कर नवाया गया। समारोह के समापन पर उप-प्राचार्य प्रो. हरजिंदर सिंह ने मुख्य अतिथि, अन्य अतिथिगण व सभी उपस्थितजन के प्रति महाविद्यालय परिवार की ओर से धन्यवाद व्यक्त किया। राष्ट्रगान के गायन उपरान्त शैक्षणिक प्रोसेशन की वापसी के साथ मुख्य-अतिथि प्रो. गणेशी लाल को विदाई दी गई।