समीक्षाधीन महीने में आनुक्रमिक मूल्य सूचकांक में 0.07 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई जबकि इससे एक महीने पहले इसमें 0.33 प्रतिशत की गिरावट आई थी।
फरवरी, 2024 में मुद्रास्फीति की सकारात्मक दर मुख्य रूप से खाद्य पदार्थों, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, बिजली, मशीनरी और उपकरण और मोटर वाहनों, ट्रेलरों और सेमी-ट्रेलरों आदि की कीमतों में वृद्धि के कारण है।
खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति फरवरी में 6.95 प्रतिशत थी। प्राथमिक वस्तुओं की मुद्रास्फीति फरवरी में बढ़कर 4.49 प्रतिशत रही जो इससे पूर्व महीने में 3.84 प्रतिशत थी।
कच्चे तेल की थोक मुद्रास्फीति फरवरी में 8.24 प्रतिशत बढ़ी। ईंधन और बिजली मुद्रास्फीति फरवरी में शून्य से 1.59 प्रतिशत नीचे रही जबकि जनवरी में इसमें शून्य से 0.51 प्रतिशत की गिरावट आई थी। विनिर्मित उत्पादों की मुद्रास्फीति फरवरी में शून्य से 1.27 प्रतिशत नीचे रही।
इस सप्ताह की शुरुआत में, भारत की खुदरा मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी किए गए थे, जिसमें बताया गया था कि यह जनवरी के 5.10 प्रतिशत की तुलना में फरवरी में वार्षिक आधार पर 5.09 प्रतिशत तक कम हो गया है। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की ओर से यह आंकड़े जारी किए गए थे।