विपक्षी दलों को एकजुट करने और मोदी सरकार के खिलाफ रणनीति बनाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार शाम एक बड़ी बैठक बुलाई है। इस बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 18 विपक्षी दलों के नेता जुटेंगे। इनमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ ही एनसीपी नेता शरद पवार भी शामिल होंगे। बैठक में राहुल गांधी के भी मौजूद रहने की संभावना है। हालांकि आम आदमी पार्टी को इस बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया है। बैठक में देश के आर्थिक हालात के साथ ही कोरोना महामारी, पेगासस स्पाइवेयर विवाद और किसानों का विरोध प्रदर्शन जैसे मुद्दों पर लोगों तक पहुंचने की रणनीति पर विचार होगा।
AAP और अकाली दल को निमंत्रण नहीं:
इस वर्चुअल मीटिंग में मौजूद रहने वाले कांग्रेस के एक बड़े नेता ने कहा, हमने आम आदमी पार्टी को आमंत्रित नहीं किया है क्योंकि बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस अध्यक्ष कर रही हैं। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस, दोनों एक ही राजनीतिक मंच को साझा करने में असहज हैं। वहीं पंजाब के अकाली दल को भी नहीं बुलाया गया है। शिरोमणि अकाली दल पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का हिस्सा था, लेकिन कृषि कानून के मुद्दे पर उसने अलग होने का फैसला कर लिया था। दरअसल, छह महीने में पंजाब में चुनाव होने हैं और वहां कांग्रेस और अकाली दल की सीधी टक्कर है। बसपा को आमंत्रित किया गया है, लेकिन मायावती की पार्टी शामिल नहीं होगी।
ये दिग्गज नेता रहेंगे मौजूद: बैठक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के साथ ही सीताराम येचुरी व अन्य नेता हिस्सा लेंगे।