शेयर बाजार में आज फिर बड़ी गिरावट देखी जा रही है। सेंसेक्स 1147 अंक टूटकर 80,142 के स्तर जबकि निफ्टी50 की बात करें तो यह 337 अंक टूटकर 24,211 पर है। वहीं Nifty Bank 600 अंक टूटकर 52600 लेवल पर कारोबार कर रहा है। वहीं मिडकैप, स्मॉल कैप और अन्य इंडेक्स में भी तेज गिरावट जारी है। विशेषज्ञों का मानना है कि खुदरा मुद्रास्फीति में कमी और वैश्विक संकेतों के कारण बाजार सकारात्मक हो सकते हैं।
BSE सेंसेक्स के टॉप 30 शेयरों में से 26 शेयर गिरावट पर है, जबकि सिर्फ 4 शेयरों में मामूली तेजी देखी जा रही है। भारती एयरटेल, अडानी पोर्ट करीब 1 फीसदी तक चढ़े हुए हैं। वहीं सबसे ज्यादा गिरावट Tata Steel, JSW Steel और इंडसइंड बैंक में देखी जा रही है। इसके अलावा, हैवीवेट शेयरों में Reliance Industries के शेयर 1.33 फीसदी टूट चुके हैं। एसबीआई, एचडीएफसी बैंक, आईटीसी और टाइटन जैसे शेयर भी 1 फीसदी गिर चुके हैं
ये 10 शेयर गिरावट पर
ग्लेनमार्क फार्मा के शेयर 5 फीसदी, जुपिटर वैगन के शेयर 4 फीसदी, सैल के शेयर 5 फीसदी, एनएमडीसी के शेयर 4 फीसदी, ओवरसीज बैंक के शेयर 4.30 फीसदी, आईआरएफसी के शेयर 4 फीसदी, यूनियन बैंक के शेयर 3.50 फीसदी टूटकर कारोबार कर रहे हैं. वहीं कोचीन शिपयार्ड और अन्य चर्चित शेयरों में भी गिरावट देखी जा रही है.
भारतीय शेयर बाजार में गिरावट क्यों हुई?
शेयर बाजार में आज गिरावट की बड़ी वजह मुनाफावसूली रही है। इसके अलावा, ग्लोबल संकेत भी अच्छे नहीं रहे हैं। कुछ हैवीवेट शेयर जैसे रिलायंस और टाइटन के शेयर भी 1 फीसदी से ज्यादा गिर चुके हैं। इसके अलावा, HDFC बैंक के शेयर में भी दबाव बढ़ रहा है।
वैश्विक बाजार प्रभाव: वैश्विक बाजारों का हालिया प्रदर्शन अनुकूल नहीं रहा है। वॉल स्ट्रीट नकारात्मक क्षेत्र में समाप्त हुआ, डॉव जोन्स में 0.53 प्रतिशत की गिरावट आई और नैस्डैक 20,000 अंक से नीचे गिर गया। यह वैश्विक भावना स्थानीय बाजारों को प्रभावित करती है, जिससे निवेशकों में सतर्कता बढ़ जाती है।
आर्थिक संकेतक: निवेशक आगामी मुद्रास्फीति और अन्य आर्थिक संकेतकों पर ध्यान दे रहे हैं। ये रिपोर्ट्स अनिश्चितता पैदा कर रही है, जिससे खरीदारी गतिविधि में कमी आ रही है।
इन वजहों से भी बाजार में दर्ज हुई गिरावट
FII गतिविधि: FII ने 3,560 करोड़ रुपए की शुद्ध बिक्री की, जिससे शेयर कीमतों पर दबाव बना है। यह विदेशी निवेशकों के बीच कम विश्वास को दर्शाता है।
सेक्टर प्रदर्शन: विस्तृत बाजार में कमजोरी देखी गई, जबकि IT और धातु जैसे क्षेत्रों में मामूली लाभ हुआ। FMCG जैसे क्षेत्र पिछड़ गए, जिससे समग्र बाजार में गिरावट आई।
ये सभी कारणों का अलग-अलग विशेषज्ञों ने अंदाजा लगाया है।