पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर हाल ही में बीजेपी और कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी पंजाब लोकदल के बीच हुए गठबंधन ने राज्य के सियासी समीकरणों को थोड़ा बदल दिया है। अभी तक कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच सीधी लड़ाई देखने को मिल रही थी, लेकिन अब बीजेपी, पंजाब लोक दल और शिरोमणी अकाली संयुक्त के साथ आ जाने से मुकाबला त्रिकोणीय बन गया है। हालांकि शिरोमणी अकाली दल ने इस गठबंधन को सीरियस लेने से इनकार कर दिया है।
अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने एक ट्वीट के जरिए कहा है कि आगामी चुनाव को लेकर जो गठबंधन बना है, वो एकदम शून्य है, इसका कोई नतीजा नहीं निकलेगा। सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि जैसे एक जीरो के साथ दूसरा जीरो मिलने पर जीरो ही बनता है, ठीक उसी तरह कैप्टन के साथ बीजेपी संयुक्त अकाली दल का आना भी जीरो ही पैदा करेगा, पंजाबियों को कम से कम इतना अंकगणित तो आता है।
बादल ने सिद्धू को बताया मेंटल
आपको बता दें कि सुखबीर सिंह बादल ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि सिद्धू अब ‘पंजाबियों को शर्मसार करने पर उतारू हो गए हैं। बता दें कि सुखबीर सिंह बादल ने सिद्धू को मेंटल बताया है। उन्होंने कहा कि सिद्धू को कोई सीरियस नहीं लेता, उनका दिमाग हिला हुआ है, उनके बारे में क्या ही बात की जाए। उन्हें ये तक नहीं पता है कि किस जगह पर क्या बात करनी चाहिए।
पंजाब में तीनों पार्टियों का एकसाथ आएगा घोषणापत्र
आपको बता दें कि पंजाब में विधानसभा चुनाव से महज कुछ महीने पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पिछले हफ्ते केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। पंजाब भाजपा प्रभारी गजेंद्र सिंह शेखावत ने हाल ही में पुष्टि की थी कि तीनों दल एक ही घोषणापत्र के साथ सहयोगी के रूप में चुनाव लड़ेंगे। गौरतलब है कि शिअद ने पिछला चुनाव भाजपा के साथ गठबंधन में लड़ा था। उस समय, कांग्रेस ने पूर्ण बहुमत हासिल किया था, जिसमें कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री का पद संभाला था।