चीन के हांगझोऊ में चल रही पैरा एशियाई खेलों में हरियाणवियों का शानदार प्रदर्शन जारी है। बुधवार को सोनीपत के गांव खेवड़ा के सुमित ने भाला फेंक में नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने एफ-64 स्पर्धा में 73.29 मीटर दूर भाला फेंककर अपना ही पुराना रिकॉर्ड (70.83 मीटर) को तोड़ा। तीसरे दिन भारत ने कुल 30 पदक जीते। इनमें हरियाणा के खिलाड़ियों के खाते में पांच पदक आए।
हरियाणा के चार खिलाड़ियों ने व्यक्तिगत स्पर्धा में दो स्वर्ण व दो रजत व टीम इवेंट में एक कांस्य पदक जीता। प्रतियोगिता में हरियाणा के खिलाड़ी अब तक 16 पदक हासिल कर चुके हैं। पहले दिन सात व दूसरे दिन चार खिलाड़ियों ने जीत हासिल की थी। सुमित के अलावा झज्जर के गांव गोरिया के हनी गोरिया ने भी 55.97 मीटर भाला फेंककर स्वर्ण पदक जीता। इनके अलावा रेवाड़ी की पूजा ने डिस्कस थ्रो में रजत, तीरंदाजी में हिसार के प्रमोद कुमार ने रजत औैर तीरंदाजी के ही रिकर्व डबल इवेंट पुरुष में चीका के हरविंद्र और रोहतक के साहिल ने कांस्य जीता।
पूजा यादव : रीढ़ टूटने के बाद भी नहीं टूटी हिम्मत
रेवाड़ी के कस्बा धारूहेड़ा की पूजा यादव ने एफ-54/55 श्रेणी में डिस्कस थ्रो में रजत पदक जीता। पूजा बचपन में कुएं में गिर गई थीं। इससे उनकी रीढ़ में चोट आ गई थी। वह कई वर्ष तक बिस्तर पर ही रहीं। इसके बाद उन्होंने हिम्मत दिखाते हुए वर्ष 2017 से खेलों में हिस्सा लेना आरंभ किया था।
हरविंद्र सिंह व साहिल : मेरे लिए गर्व का क्षण
तीरंदाजी प्रतियोगिता में चीका के अजीत नगर निवासी हरविंद्र सिंह ने कांस्य जीतने के बाद सोशल मीडिया पर लिखा-यह वास्तव में मेरे लिए गर्व का क्षण है। मेरे कोच जीवन जोत सिंह तेजा और गौरव शर्मा को धन्यवाद। यह उपलब्धि जीवन भर मेरे लिए प्रेरणा बनी रहेगी और भविष्य में मुझे सफलता प्राप्त करने में मदद करेगी। टीम इवेंट में उनके साथ रोहतक के साहिल थे।
प्रमोद : 4.09 मिनट में पूरी की दौड़, तोड़ा रिकॉर्ड
सिरसा जिले के नहराना गांव के प्रमोद ने 4 मिनट 9 सेकेंड में दौड़ पूरी कर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया। उनके पिता राममूर्ति खेतीबाड़ी करते हैं। दिव्यांग होने के बावजूद सुबह और शाम 6 घंटे अभ्यास करते हैं। उनका पहला रिकॉर्ड 4 मिनट 12 सेकेंड का था।
हनी : स्वर्ण के पीछे दो साल की मेहनत
झज्जर के गांव गोरिया के हनी गोरिया के कोच सुनील फोगाट ने बताया कि हनी दो साल से वह उनके पास अभ्यास कर रहे थे। उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में 55.97 मीटर का सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड निकाला। पैरा ओलंपिक में गोल्ड जीतना उसका एकमात्र सपना है। वह और अधिक मेहनत करेगा ताकि ओलंपिक में भी स्वर्ण पदक मिले।