सुप्रीम कोर्ट ने पेगासस मामले में केंद्र सरकार को जारी किया नोटिस

Parmod Kumar

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पेगासस मामले में सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया है. केंद्र सरकार को 10 दिनों के अंदर नोटिस का जवाब दाखिल करना होगा. दरअसल पेगासस जासूसी मामले में मंगलवार यानी आज सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई हुई जिसके दौरान सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा, “कल जो हलफनामा दाखिल किया था वो पर्याप्त है. पेगासस मामले में सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई सभी याचिकाएं जानना चाहती हैं कि सरकार ने पेगासस का प्रयोग किया है या नहीं. लेकिन सामान्यत ऐसे सॉफ्टवेयर का प्रयोग सरकार नहीं करती और वह कोर्ट से कुछ नहीं छुपा रही है.”

तुषार ने कहा कि एक जिम्मेदार सरकार कि ओर से इस मामले की जांच के लिए विशेषज्ञों कि समिति का गठन किया जा रहा है. वहीं उन्होंने कोर्ट से अनुराध किया कि मीडिया रिपोर्ट के आधार पर इस मसले पर दायर किए गए याचिकाओं को और सनसनीखेज नहीं बनाया जाना चाहिए.

वहीं तुषार मेहता के बातों के जवाब में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम याचिकाओं कि मांग पर नहीं जा रहे. हम राष्ट्रीय सुरक्षा के मसले पर भी नहीं जा रहे हैं. यहां मसला यह है कि क्या पेगासस का प्रयोग व्यक्तिगत तौर पर किया गया है. हम आपकी नीयत पर पर शक नहीं कर रहे. हम आपको इस मामले में नोटिस जारी कर रहे हैं और सरकार तथा संबंधित एजेंसी इस पर जवाब दें.

सॉफ्टवेयर का प्रयोग राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए किया जाता है

वहीं तुषार ने कहा कि तमाम देशों में इस तरह के सॉफ्टवेयर का प्रयोग राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए किया जाता है. अदालत विशेषज्ञों की समिति कि रिपोर्ट देख ले. इसके बाद चाहे जो निर्णय ले. सॉलिसीटर जनरल ने कहा कि सरकार कमेटी बना रही है, कमेटी अपनी रिपोर्ट कोर्ट में पेश करे. CJI ने कहा कि हम मामले में नोटिस जारी करने पर विचार कर रहे हैं, फिर तय करेंगे समिति बनाए या कुछ और करते हैं, अगर आप कुछ करना चाहते हैं तो आप कर सकते है, हम आपकी कमेटी के खिलाफ नहीं हैं.

CJI ने कहा अभी हम शुरुआती चरण पर हैं, हमे यह सोचने की जरूरत है कि इस मामले को कैसे आगे बढ़ाया जाए. फिलहाल हम नोटिस जारी कर रहे हैं. वहीं नोटिस के तहत दस दिनों में केंद्र सरकार को सुप्रीम कोर्ट में जवाब देना होगा.

क्या है पेगासस

पेगासस एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जो संबंधित फोन पर आने-जाने वाले हर कॉल का ब्योरा जुटाने में सक्षम है. यह फोन में मौजूद मीडिया फाइल और दस्तावेजों के अलावा उस पर आने-जाने वाले एसएमएस, ईमेल और सोशल मीडिया मैसेज की भी जानकारी दे सकता है.