‘मुझे बाहर निकाल लो, जिंदगी भर गुलामी करूंगी’, सीरिया में मलबे में दबी बच्ची की मार्मिक अपील

Parmod Kumar

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सीरिया में हरम शहर के पास छोटा सा गांव है बेसनया-बसईनेह. यहां भी भूकंप ने भारी तबाही मचाई. जब रेस्क्यू टीम यहां पहुंची तो एक बच्ची और उसके भाई को मलबे में जिंदा दबा देखकर चौंक गई. बच्ची ने बचावकर्मी से कहा, मुझे यहां से बाहर निकाल लें, आप जो कहेंगे मैं करूंगी, जीवन भर आपकी नौकर बनकर रहूंगी.”

तुर्की और सीरिया में सोमवार को आए शक्तिशाली भूकंप के बाद हर तरफ सिर्फ तबाही का मंजर दिख रहा है. इमारतों के मलबों से शवों के निकलने का सिलसिला जारी है लेकिन इन सबके बीच कुछ ऐसी भी तस्वीरें सामने आ रही हैं, जो किसी चमत्कार से कम नहीं हैं. उत्तरी सीरिया में भूकंप के 36 घंटे बाद मलबे में दबे भाई-बहन को जिंदा निकाला गया.

अमेरिकी न्यूज वेबसाइट CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, सीरिया में हरम शहर के पास छोटा सा गांव है बेसनया-बसईनेह. यहां भी भूकंप ने भारी तबाही मचाई. जब रेस्क्यू टीम यहां पहुंची तो एक बच्ची और उसके भाई को मलबे में जिंदा दबा देखकर चौंक गई. बच्ची ने बचावकर्मी से कहा, मुझे यहां से बाहर निकाल लें, आप जो कहेंगे मैं करूंगी, जीवन भर आपकी नौकर बनकर रहूंगी.” इस पर बचावकर्मी ने जवाब दिया…नहीं इसके बाद रेस्क्यू टीम ने बच्ची और उसके भाई को बाहर निकाला. बच्ची का नाम मरियम है. जब भूकंप आया, वह अपने भाई के साथ बिस्तर पर सो रही थी. मरियम के भाई भाई का नाम इलाफ है.

मुस्तफा जुहैर अल-सईद ने बताया कि उसकी पत्नी और तीन बच्चे सो रहे थे. तभी ये भूकंप आया. हमने महसूस किया कि जमीन हिल रही है. इसी बीच घर का मलबा हमारे ऊपर गिरने लगा. हम दो दिन तक मलबे में दबे रहे. उन्होंने बताया, इस दौरान मैंने सिर्फ यही सोचा कि किसी के साथ ऐसा न हो. मुस्तफा जुहैर और उनका परिवार जब मलबे में दबा था, तो जोर जोर से कुरान पढ़ रहा था और प्रार्थना कर रहा था, ताकि कोई उनकी आवाज सुनकर उनकी मदद करे. इसके बाद लोगों ने उनकी आवाज को सुना और मदद के लिए आगे आए. पहले उन्हें, उनकी पत्नी को रेस्क्यू किया गया. इसके बाद उनके बच्चों को बचाया गया. उन्होंने रेस्क्यू करने वालों को धन्यवाद कहा.

तुर्की और सीरिया में अब तक 8300 की मौत

तुर्की और सीरिया में सोमवार को सुबह 4 बजे 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था. इसने  तुर्की और सीरिया में भारी तबाही मचाई. भूकंप से अब तक 8300 लोगों की मौत हो चुकी है. तुर्की में 5,894 लोगों ने अपनी जान गंवाई है, जबकि 34,810 लोग घायल हैं. वहीं सीरिया में 2100 लोगों की जान गई है. तुर्की और सीरिया में भूकंप से करीब 11000 इमारतें तबाह हो गई हैं. तुर्की में 8000 लोगों का रेस्क्यू किया जा चुका है. यहां 55000 से ज्यादा बचावकर्मी रेस्क्यू में जुटे हुए हैं.