बच्चों को गणतंत्र दिवस पर जरूर बताएं तिरंगे से जुड़ी 5 बातें, हमेशा करेंगे झंडे का सम्मान
गणतंत्र दिवस: हमारे राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे का सम्मान कैसे करें?
गणतंत्र दिवस का महत्व
26 जनवरी भारत के इतिहास में एक बेहद महत्वपूर्ण दिन है। इसी दिन 1950 में भारतीय संविधान लागू किया गया था। इस दिन राष्ट्रपति दिल्ली में कर्तव्य पथ (पूर्व में राजपथ) पर झंडा फहराते हैं। साथ ही, देशभर में स्कूलों, कॉलेजों और अन्य संस्थानों में झंडा वंदन किया जाता है।
तिरंगे का सही सम्मान करना क्यों जरूरी है?
बच्चों को यह तो पता होता है कि स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर झंडा फहराया जाता है, लेकिन अक्सर वे तिरंगे के सही सम्मान के बारे में नहीं जानते। आधी-अधूरी जानकारी के कारण कभी-कभी तिरंगे का अपमान भी हो जाता है। ऐसे में बच्चों को तिरंगे से जुड़ी कुछ जरूरी बातें बताना बेहद महत्वपूर्ण है, ताकि वे इसे समझें और इसका सम्मान करें।
तिरंगे से जुड़ी 5 महत्वपूर्ण बातें
1. तिरंगे का नाम और इसकी संरचना
भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को “तिरंगा” कहा जाता है, जिसे अंग्रेजी में “Tricolor” कहा जाता है। आजकल तिरंगा प्लास्टिक या पॉलिस्टर के कपड़ों पर बनाया जाता है, लेकिन पहले इसे हाथ से काते गए सूत और खादी के कपड़ों से तैयार किया जाता था।
2. अशोक चक्र का महत्व
तिरंगे के बीच में मौजूद अशोक चक्र सम्राट अशोक द्वारा बनवाए गए अशोक स्तंभ से लिया गया है। यह स्तंभ 250 ईसा पूर्व बनवाया गया था। अशोक चक्र में 24 तीलियां होती हैं, जो दिन के 24 घंटों का प्रतीक हैं।
3. घरों में झंडा फहराने का अधिकार
पहले, आम लोग अपने घरों में राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहरा सकते थे। लेकिन 22 दिसंबर 2002 को सुप्रीम कोर्ट ने एक ऐतिहासिक फैसला सुनाया, जिसमें घरों में झंडा फहराने की अनुमति दी गई।
4. झंडे पर लिखना या कुछ बनाना गैरकानूनी
भारतीय तिरंगे पर कुछ भी लिखना, चित्र बनाना या उसे किसी प्रकार से क्षति पहुंचाना गैरकानूनी है। हर नागरिक को तिरंगे का सम्मान करना अनिवार्य है। इसके उल्लंघन पर तीन साल की सजा या जुर्माना लगाया जा सकता है।
5. तिरंगे से जुड़े कुछ नियम
- तिरंगे को जमीन या फर्श पर नहीं रखा जा सकता।
- इसे पानी में बहाना, वाहन या गाड़ी पर लपेटना मना है।
- किसी भी वस्तु को झंडे पर रखना या लटकाना निषिद्ध है।
- झंडे को हमेशा सम्मानपूर्वक रखने की आवश्यकता है।
तिरंगा: राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक
तिरंगा केवल झंडा नहीं, बल्कि हमारे देश के गौरव और स्वतंत्रता का प्रतीक है। इसका सम्मान करना हर नागरिक का कर्तव्य है। बच्चों को इन नियमों और तिरंगे के महत्व के बारे में जानकारी देकर हम उनमें राष्ट्रीय गर्व की भावना विकसित कर सकते हैं।