हरियाणा कैबिनेट विस्तार के बाद बीजेपी सरकार में तनातनी, अनिल विज से गृह विभाग मांगे जाने पर हुए नाराज, दिल्ली पहुंचा मामला

Parmod Kumar

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हरियाणा सरकार का बीते दो साल बाद पहला मंत्रिमंडल विस्तार मंगलवार शाम चंडीगढ़ स्थित हरियाणा राजभवन में हुआ. इस दौरान मंत्रिमंडल विस्तार के बाद बीजेपी सरकार में आपसी तनातनी हो गई है. मीडिया रिपोर्टस के अनुसार सीएम मनोहर लाल खट्टर द्वारा अनिल विज से गृह विभाग का पद मांगा गया है, जिसके चलते वे नाराज हैं. इसी के चलते विज ने मंत्रिमंडल विस्तार कार्यक्रम का बहिष्कार भी किया. हालांकि ये बात अब बीजेपी आलाकमान तक पहुंच गई है. फिलहाल नए मंत्री अपने नए विभागों का इंतज़ार कर रहे हैं.

दरअसल, प्रदेश की खट्टर सरकार ने नाराज विधायकों और कई आपसी विवादों को निपटाने के लिए कैबिनेट मंत्रिमंडल विस्तार किया था, लेकिन इसके बाद से ही प्रदेश की सियासत और गरमा गई है. फिलहाल अब ये मामला दिल्ली दरबार तक पहुंच गया है. वहीं, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बीजेपी कोटे से बने नए मंत्री कमल गुप्ता के लिए एक विभाग और अपने लिए गृह विभाग अनिल विज से मांग लिया था. इसके चलते अनिल विज नाराज हो गए. फिलहाल विज चंडीगढ़ से अंबाला चले गए हैं.

गृह विभाग का मामला अमित शाह तक पहुंचा

बता दें कि इस लड़ाई को खत्म करने के लिए हरियाणा बीजेपी के प्रभारी विनोद तावडे दिल्ली हाईकमान, सीएम मनोहर लाल और गृह मंत्री अनिल विज के बीच में तालमेल बैठाने की कोशिश में जुटे हुए हैं. हालांकि अब ये बात गृह मंत्री अमित शाह तक भी पहुंच चुकी है. वहीं, अनिल विज ने साफ तौर पर कह दिया है कि पिछले ढाई साल से मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उनकी टीम उनके ऊपर लगातार गृह विभाग को छोड़ने का दबाव बना रही है और साथ ही गृह विभाग में लगातार दखलंदाजी करकर उन्हें खुलकर काम भी नहीं करना दिया जा रहा है. इस दौरान विज ने साफ़ कहा कि यदि मुख्यमंत्री को गृह विभाग या अन्य विभाग लेने हैं तो वो सभी विभागों को मुख्यमंत्री को सौंपने को तैयार हैं.

अपने विभागों का इंतजार कर रहे नवनियुक्ति मंत्री

गौरतलब है कि फिलहाल बीजेपी की सहयोगी पार्टी जेजेपी के कोटे से मंत्री बनाए गए टोहाना से विधायक देवेंदर सिंह बबली और बीजेपी के हिसार से विधायक कमल गुप्ता दोनों अभी तक मंत्री बनाए जाने के बावजूद अपने विभागों का इंतज़ार कर रहे हैं. हालांकि, नवनियुक्त मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने कहा कि कौन सा विभाग उनको दिया जाएगा, ये पार्टी का संगठन और सीएम मनोहर लाल खट्टर तय करेंगे.