प्रेमदासा स्टेडियम आज फिर चकाचौंध होगा. आज फिर वहां दुधिया रोशनी के बीच गेंद और बल्ले की तकरार देखने को मिलेगी. मेजबान श्रीलंका (Sri Lanka) होगा, मेहमान भारत (Team India) होगा और क्रिकेट का घमासान होगा. 3 वनडे की सीरीज का पहला मुकाबला टीम इंडिया के नाम रहा था. आज दूसरी लड़ाई है. कोलंबो (Colombo) के किले पर चढ़ाई करने की आज एक और बारी है. हिंदुस्तान के युवा रणबांकुरों की तैयारी पूरी है. वैसे आज का मैच श्रीलंका के लिए ज्यादा अहम है. सीरीज में बने रहने के लिए उसके सामने जीत ही एक रास्ता है. जाहिर है मेजबान इस कोशिश में अपनी पूरी ताकत झोंकते दिखेंगे. धवन एंड कंपनी (Shikhar Dhawan & Company) को आज उनके उसी इरादे पर पानी फेरना है. क्योंकि सवाल सीरीज जीत का है. सवाल श्रीलंका के खिलाफ 14 वीं वनडे सीरीज जीत का है. और, ऐसा करते हुए सवाल एक वर्ल्ड रिकॉर्ड को भी अपने नाम करने से जुड़ा है. सीधे लब्जों में कहें तो कोलंबो में आज टीम इंडिया का दिल मांगे मोर. श्रीलंका के खिलाफ दूसरे वनडे में आज जब टीम इंडिया के मतवाले मैदान पर उतरेंगे तो उनका इरादा मैच के साथ साथ सीरीज भी सील करने का होगा. 3 वनडे की सीरीज में 1-0 से आगे चल रहा भारत, दूसरा वनडे जीतते ही 2-0 की अजेय बढ़त के साथ सीरीज फतह कर लेगा. अगर ऐसा हुआ तो ये श्रीलंका के खिलाफ 1982 के बाद से भारत की 14वीं सीरीज जीत होगी. वहीं धवन एंड कंपनी के इस कदम से बीते 24 सालों से चला आ रहा श्रीलंका के भारत के खिलाफ वनडे सीरीज न जीत पाने का इंतजार और लंबा खींच जाएगा.
सीरीज फतह के साथ ऐसे बनेगा वर्ल्ड रिकॉर्ड
शिखर धवन की कमान में यंगिस्तान आज सिर्फ वनडे सीरीज पर कब्जा ही नहीं जमा सकता है. बल्कि, इस कमाल के साथ वर्ल्ड रिकॉर्ड की स्क्रिप्ट भी गढ़ सकता है. भारत और श्रीलंका के बीच आज खेला जाने वाला मुकाबला दोनों देशों के बीच अब तक का 161वां वनडे होगा. भारत आज के मुकाबले को जीतता है तो ये श्रीलंका पर उसकी 93वीं जीत होगी, जो कि किसी एक विरोधी टीम के खिलाफ सर्वाधिक वनडे जीत का नया रिकॉर्ड होगा.
कोलंबो में पिछले 5 मैचों से अजेय भारत
एक तरफ टीम इंडिया के लिए आज एक जीत के कई फायदे हैं. वहीं श्रीलंका के लिए जीत उसकी साख के लिए जरूरी है. अपनी साख बचाने की कोशिश में मुमकिन है कि श्रीलंकाई टीम प्लेइंग इलेवन में कुछ चेंज भी करें. वैसे भारत अपने विनिंग कॉम्बिनेशन में छेड़ छाड़ करेगा, गुंजाइश कम है. श्रीलंका की मुश्किलें अपने ही घर में इसलिए भी बड़ी हैं क्योंकि भारत कोलंबो में खेले पिछले 5 इंटरनेशनल मुकाबलों से लगातार जीतता चला आ रहा है.