कैप्टन बनाम सिद्धू का विवाद इतना आगे बढ़ गया है कि कैप्टन अमरिंदर ने चिट्ठी लिख हाईकमान को चेतावनी दी।

Parmod Kumar

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पंजाब में कैप्टन बनाम सिद्धू का विवाद इतना आगे बढ़ गया है कि आलाकमान की कोशिशों को भी चुनौती मिल रही है। शुक्रवार को कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू दिल्ली में सोनिया गांधी से मिले और सीएम अमरिंदर सिंह ने चिट्ठी लिखकर आलाकमान को चेतावनी दे डाली। सूत्रों के मुताबिक, अमरिंदर ने सिद्धू-सोनिया की मुलाकात से पहले ही यह पत्र भिजवा दिया था। अमरिंदर सिंह ने नाराजगी जताते हुए कहा कि कांग्रेस आलाकमान जबरदस्‍ती पंजाब की राजनीति और सरकार में दखल दे रहा है। इसका नुकसान पार्टी और सरकार दोनों को उठाना पड़ सकता है।

हालांकि पिछले हफ्ते दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष से मुलाकात के बाद कैप्टन कुछ और बात कह रहे थे। तब उन्होंने कहा था कि हाईकमान जो फैसला करेगा उन्हें स्वीकार होगा। फिर आखिर क्यों सिद्धू और उनके बीच तल्खियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। इस बीच कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश सिंह रावत कैप्टन से मुलाकात करने वाले हैं। वह शनिवार सुबह चंडीगढ़ पहुंच गए हैं। उधर सिद्धू भी पटियाला स्थित अपने आवास से रवाना हो गए हैं। 

1- कैप्टन को मनाने चंडीगढ़ पहुंचे हरीश रावत
नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने की चर्चाओं पर सीएम अमरिंदर सिंह ने नाराजगी जाहिर की है। कैप्टन ने शुक्रवार को कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर चेतावनी दी है कि इसका खामियाजा अगले साल चुनाव में उठाना पड़ सकता है। शनिवार को कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश रावत कैप्टन से मुलाकात के लिए चंडीगढ़ पहुंच गए हैं। चर्चा है कि वह कैप्टन को पार्टी के फॉर्म्युले पर मनाने की कोशिश करेंगे।

2- सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाने पर लग गई थी मुहर

पंजाब का हल सुलझाने के लिए कांग्रेस आलाकमान ने नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाने के लिए हरी झंडी दे दी थी। गुरुवार को सोनिया गांधी से बैठक के बाद पार्टी के प्रदेश प्रभारी हरीश रावत ने मीडिया से बातचीत में कहा था, ‘पंजाब पीसीसी अध्यक्ष सुनील जाखड़ दो से तीन दिन में बदले जाएंगे। इसी के साथ कैबिनेट में फेरबदल भी होगा लेकिन कैप्टन सीएम बने रहेंगे।’

3- कैप्टन समर्थक बोले- सिद्धू अध्यक्ष बने तो विस्फोट होगा
हरीश रावत के इस बयान के बाद अमरिंदर खेमे में भूचाल सा आ गया। अमरिंदर के करीबी कई नेताओं ने अंग्रेजी समाचार पत्र इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा कि पार्टी की स्टेट यूनिट में विद्रोह पनप रहा है और अगर सिद्धू स्टेट चीफ बनाए गए तो विस्फोट हो सकता है। एक नेता ने यहां तक भी कहा कि पार्टी टूट जाएगी।

4-एक चीफ, दो वर्किंग प्रेजिडेंट का फॉर्म्युला भी काम न आया
इसका हल निकालने के लिए आलाकमान ने 2 कार्यकारी अध्यक्ष वाले समझौता का फॉर्म्युला पेश किया था। इस फॉर्म्युले के अनुसार, सिद्धू पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष बनाए जा सकते हैं जबकि उनके साथ हिंदू समुदाय के दो नेता कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किए जाएंगे। राज्य के मंत्री विजय इंदर सिंगला और जालंधर से सांसद संतोख सिंह चौधरी के नाम इसके लिए सामने आए। संतोख चौधरी दिवंगत गुरुबंत सिंह के बेटे हैं और पंजाब में दलितों के आइकन कहे जाते हैं।

5- कैप्टन का तर्क-किसी हिंदू नेता को मिलनी चाहिए कमान
हालांकि अमरिंदर इस फॉर्म्युले के लिए भी तैयार नहीं दिख रहे हैं। कैप्टन का मानना है कि प्रदेश कांग्रेस की कमान हिंदू नेता के हाथ में होनी चाहिए। कैप्टन का तर्क है कि जब चुनाव सिर पर हैं तो एक ही समुदाय (सिख) के दो लोग पार्टी के संचालन के लिए नियुक्त नहीं किए जा सकते। अमरिंदर और सिद्धू दोनों जाट सिख हैं।

6- सिद्धू के आवास पर समर्थक मनाने लगे थे जश्न
शुक्रवार को नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी से मिलने दिल्‍ली स्थित उनके आवास पहुंचे थे। मीटिंग के बाद सिद्धू मीडिया से बिना मुखातिब हुए वापस चले गए लेकिन सिद्धू के पटियाला स्थित घर पर समर्थकों का तांता लगने लगा। समर्थक उनकी पत्‍नी नवजोत कौर सिद्धू को गुलदस्‍तें भेंट करने लगे।

7- नाराज कैप्टन ने सोनिया को लिखा पत्र
कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने सोनिया गांधी को पत्र लिख अपना विरोध जताया है। सूत्रों के मुताबिक सिद्धू के साथ मुलाकात से पहले ही अमरिंदर का यह पत्र सोनिया तक पहुंच गया था। अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से पत्र लिखकर आग्रह किया कि सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाने से आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत की संभावना पर प्रतिकूल प्रभाव होगा। उन्होंने यह भी लिखा कि कांग्रेस आलाकमान जबरदस्‍ती पंजाब की राजनीति और सरकार में दखल दे रही है।

8- सिद्धू को अध्यक्ष बनाने पर रावत का बयान-किसने कहा?
सिद्धू संग सोनिया की बैठक में राहुल गांधी और हरीश रावत भी शामिल थे। बैठक के बाद रावत ने कहा कि सोनिया गांधी ने इस मुद्दे पर अभी अंतिम निर्णय नहीं लिया है और जब फैसला हो जाएगा तब वह मीडिया के साथ इसे साझा करेंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या सिद्धू को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाया जा रहा है तो रावत ने कहा, ‘यह किसने कहा है?’ उन्होंने कहा, ‘मैं यहां पंजाब को लेकर अपनी रिपोर्ट सोनिया जी को सौंपने आया था। जब फैसला हो जाएगा तो उसे आपसे साझा किया जाएगा।’

9- गुरुवार से ही कैप्टन और सिद्धू खेमे की बढ़ी टेंशन
गुरुवार से ही दोनों खेमों में टेंशन बढ़ने लगी थी। गुरुवार रात नौ बजे तक अमरिंदर और सिद्धू दोनों ने अपने- अपने खेमे के विधायकों और मंत्रियों के साथ बैठकें कीं। सिद्धू ने 6 विधायकों के साथ मीटिंग की जिसमें तीन मंत्री भी शामिल हैं- सुखजिंदर सिंह रंधावा, चरनजीत सिंह चन्नी और तृप्त रजिंदर बाजवा- ये तीनों कैप्टन के खिलाफ खुलकर बगावत कर चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक, इन मंत्रियों को कैबिनेट फेरबदल में हटाए जाने का डर है। वहीं अमरिंदर ने अपने समर्थकृ विधायकों और सांसदों के साथ मोहाली में अपने प्राइवेट फार्महाउस में मीटिंग की।

10- कैप्टन बनाम सिद्धू जारी है विवाद
पिछले कुछ महीनों से पंजाब कांग्रेस में खुलकर कलह देखने को मिल रही है। पूर्व मत्री नवजोत सिंह सिद्धू और कुछ अन्य नेताओं ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। पार्टी में कलह को दूर करने के लिए कांग्रेस आलाकमान ने राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति का गठन किया था। इस समिति ने मुख्यमंत्री समेत पंजाब कांग्रेस के 100 से अधिक नेताओं की राय ली और फिर अपनी रिपोर्ट आलाकमान को सौंपी। पिछले दिनों अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। सिद्धू भी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मिले थे।