सीबीआई कोर्ट ने डेरा के मैनेजर रणजीत हत्याकांड में आरोपी ‘राम रहीम को 26 अगस्त अदालत में हाजिर होने को कहा।

Parmod Kumar

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डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह के खिलाफ एक मामले में पंचकूला सीबीआई कोर्ट 26 अगस्त को फैसला सुना सकती है। कोर्ट ने राम रहीम को पेश होने के लिए कहा है। कोर्ट में चल रहा यह मामला डेरे के पूर्व प्रबंधक (मैनेजर) रणजीत सिंह की हत्याकांड का है। रणजीत सिंह को वर्ष 2002 में मार डाला गया था। इस मामले में पुलिस ने साक्ष्य जुटाते हुए राम रहीम के खिलाफ चार्जशीट पेश की थी। जिसके बाद यह मामला सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में पहुंचा। इस हत्याकांड में राम रहीम पर साजिश रचने का आरोप है। बीते रोज यानी कि 18 अगस्त को इस मामले पर प्रॉसिक्यूशन को अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया था। अब कुछ ही दिनों में कोर्ट अपना फैसला सुना सकती है। रंणजीत सिंह हत्याकांड में आएगा फैसला राम रहीम के खिलाफ चल रहे इस मामले पर अगस्त के दूसरे हफ्ते में सीबीआई जज डॉ. सुशील कुमार गर्ग की कोर्ट में बहस हुई थी। जहां बचाव पक्ष की अंतिम बहस पूरी हो गई। उसके बाद जज ने कहा कि, अब मामले की अगली सुनवाई 18 अगस्त को होगी। जिस पर बीते रोज राम रहीम की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेशी हुई। अब उम्मीद जताई जा रही है कि, रणजीत सिंह की हत्या के मामले में 26 अगस्त को फैसला आ सकता है।

‘जब राम रहीम ने दी मारने की धमकी’ दरअसल, 18 साल पहले हुई रणजीत सिंह की हत्या का आरोप डेरे के सेवक रहे खट्‌टा सिंह ने राम रहीम पर लगाया था। आरोप में कहा गया कि, राम रहीम को लगता था कि यौन शोषण मामले से संबंधित चिटि्ठयां रणजीत सिंह ने ही जगह-जगह भेजी थीं। खट्टा सिंह ने कोर्ट में कहा था, ‘रणजीत ने गुमनाम चिट्ठी अपनी बहन से लिखवाई थी, इसलिए राम रहीम ने मेरे सामने 16 जून 2002 को सिरसा डेरे में उसको मारने का आदेश दिया था।’ उसके बाद 10 जुलाई 2003 को रणजीत सिंह की हत्या हो गई थी। जेल में बंद बलात्कारी गुरमीत राम रहीम बोला- मी लार्ड मेरे खाते खोल दें, कोरोना रिलीफ फंड में 4 करोड़ देना चाहता हूं 2017 से उम्रकैद भुगत रहा डेरा प्रमुख राम रहीम डेरा सच्चा सौदा का प्रमुख है। उसे दुष्कर्म के मामले में वर्ष 2017 में 20 साल की सजा सुनाई गई थी। इसके अलावा वह एक पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या मामले में भी उम्रकैद की सजा भुगत रहा है। राम रहीम के खिलाफ सुनवाई के लिए 27 अगस्त 2017 को रोहतक की सुनारियां जिला जेल में ही सीबीआई की अदालत लगाई गई थी। इस दिन सजा तय होने के बाद से ही राम रहीम जेल में पड़ा रहने दिया गया।