राजस्थान की तीन विधानसभा सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव के लिए 30 मार्च नामांकन की आखिरी तारीख है. कांग्रेस ने इन सीटों पर प्रत्याशियों के नामों के पैनल तैयार कर लिए हैं और ये पैनल दिल्ली भी पहुंच चुके हैं. अब दिल्ली से प्रत्याशियों की आधिकारिक घोषणा का इंतजार है. प्रत्याशियों के नाम पहले सीईसी से अप्रूव होंगे और फिर आलाकमान से मंजूरी के बाद इनकी घोषणा की जाएगी. बता दें कि दो दिन पहले जयपुर दौरे पर आए प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने कहा था कि मंगलवार शाम तक पैनल तैयार कर दिल्ली भिजवाने को कहा गया है, लेकिन माना ये जा रहा है कि उसी दिन सीएम अशोक गहलोत से मुलाकात के बाद माकन अपने साथ नामों का पैनल दिल्ली लेकर जा चुके हैं. गौरतलब है कि प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मीटिंग के बाद माकन ने सीएम गहलोत से दोबारा मुख्यमंत्री निवास में मुलाकात की थी. ऐसा माना जा रहा है कि माकन अपने साथ सिंगल नामों का पैनल लेकर गए हैं और अब नामों की बस आधिकारिक घोषणा होना बाकी है. सुजानगढ़ सीट से दिवंगत मास्टर भंवरलाल मेघवाल के पुत्र मनोज मेघवाल ही कांग्रेस से टिकट के एकमात्र दावेदार हैं और उन्हें टिकट मिलना लगभग तय माना जा रहा है. वहीं, सहाड़ा सीट से अब दिवंगत विधायक कैलाश त्रिवेदी की पत्नी गायत्री त्रिवेदी का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है. कैलाश त्रिवेदी के भाई राजेन्द्र त्रिवेदी भी टिकट के दावेदार हैं. जबकि कैलाश त्रिवेदी के बेटे रणवीर त्रिवेदी अब टिकट के लिए अपनी जगह अपनी मां का नाम ही आगे बढ़ा रहे हैं. उधर राजसमंद सीट से चार नाम टिकट की दौड़ में हैं जिनमें से तनसुख बोहरा का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है. प्रत्याशियों की घोषणा को लेकर फिलहाल कांग्रेस और भाजपा दोनों ही वेट एंड वॉच की स्थिति में हैं. दोनों ही दल एक-दूसरे के प्रत्याशी घोषित होने का इंतजार कर रहे हैं. संभावना जताई जा रही है कि कांग्रेस 28 या 29 मार्च तक अपने प्रत्याशी घोषित करेगी और सभी प्रत्याशी आखिरी दिन 30 मार्च को ही अपना नामांकन दाखिल करेंगे. गौरतलब है कि सुजानगढ़ से कांग्रेस के संभावित प्रत्याशी मनोज मेघवाल ने 24 मार्च को नामांकन दाखिल करने का ऐलान भी कर दिया था, लेकिन बाद में उन्होंने इसे टालते हुए अब नामांकन के लिए 30 मार्च की तारीख तय की है.