किसानों के सामने सबसे बड़ी समस्या ये आती थी कि जब वह गन्ना लेकर चीनी मिल में आते थे तो वहां लाइनें देखने को मिलती थी, जिससे उन्हें दो-तीन दिन लाइन में लगकर इंतजार करना पड़ता था। लेकिन अब किसानों की इस बड़ी मुश्किल को आसान कर दिया गया है। मिल गेट पर ही हेल्प डेस्क स्थापित की जा रही है।
दि सहकारी चीनी मिल करनाल ने चीनी मिल में आकर गन्ना बेचने की प्रक्रिया को बेहद आसान कर दिया है। अब किसान घर बैठे देख पाएंगे कि चीनी मिल के यार्ड में किस समय कितनी ट्रालियां हैं, कब उन्हें गन्ना लेकर आने में आसानी होगी। इतना ही नहीं, वह घर बैठे ही मिल में गन्ना लाने के लिए ऑनलाइन टोकन भी ले सकेंगे। कुल मिलाकर अब किसानों को गन्ना तुलवाने के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इसके लिए चीनी मिल ने पहली बार मोबाइल एप जारी किया है। जो किसान मोबाइल चलाना नहीं जानते उनके लिए मिल गेट पर सहायता केंद्र स्थापित किया जा रहा है।
गन्ना, हरियाणा के किसानों की मुख्य फसलों में शामिल है। किसानों के सामने सबसे बड़ी समस्या ये आती थी कि जब वह गन्ना लेकर चीनी मिल में आते थे तो वहां लाइनें देखने को मिलती थी, जिससे उन्हें दो-तीन दिन लाइन में लगकर इंतजार करना पड़ता था। अधिकारी-कर्मचारी व्यस्त होते थे, इसलिए ये भी जानकारी नहीं मिल पाती थी कि उनका नंबर आखिर आएगा कब। लेकिन अब किसानों की इस बड़ी मुश्किल को आसान कर दिया गया है। जो किसान मोबाइल एप चलाना नहीं जानते, उनके लिए मिल गेट पर ही हेल्प डेस्क स्थापित की जा रही है। जो किसान की मदद करेंगे। यहां के कर्मचारी, किसान के फोन में एप डाउनलोड करने के साथ-साथ किसान को मांगी गई जानकारी भी देंगे।
घर बैठे मिल के यार्ड पर नजर रख सकेंगे गन्ना किसान
एसीएमई गन्ना करनाल (Acme Ganna karnal) नाम का एप जारी किया गया है, जिसे गूगल एप से किसान डाउनलोड कर सकते हैं। इस मोबाइल एप को क्लिक करते ही किसान कोड व पासवर्ड मांगा जाएगा, जिसे डालते ही एप खुल जाएगा। चीनी मिल द्वारा किसान को कोड जारी किया जा रहा है और जो पासवर्ड है, वह उसके खाते के आखिरी चार अंक हैं। इससे किसान घर बैठे ही चीनी मिल के यार्ड की स्थिति जान सकेंगे, अपनी सुविधानुसार मिल में आकर गन्ना तोल करा सकेंगे। उन्हें यहां लाइन में इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
मोबाइल एप में ये श्रेणियां खुलेंगी
पहली श्रेणी : जिसमें किसान की डिटेल होगी, नाम, रकबा, गन्ना, पर्ची, फोन नंबर, खाता नंबर आदि को देखकर चेक कर सकेंगे।
द्वितीय श्रेणी : इसमें एक बिंडो खुलेगी, जिसमें चीनी मिल में कितने ट्रैक्टर ट्रालियां खड़े हैं, कितने 100 क्विंटल वाले हैं, कितने 60 क्विंटल वाले हैं। यार्ड में कौन सी लाइन में कितने ट्रैक्टर ट्राली हैं, कितना यार्ड खाली है।
तृतीय श्रेणी : इस श्रेणी में किसानों को अपनी पर्चियों की जानकारी मिलेगी। मिल ने कब कितनी पर्ची किसान को जारी की है, अगली पर्ची कब जारी की जाएगी। पर्ची की तिथि को लेकर किसान अपने गन्ने की छिलाई आदि करा सकेंगे।
चौथी श्रेणी : इस श्रेणी में किसान मिल में गन्ना लाने के लिए घर बैठे ही अपना टोकन ले सकेंगे। टोकन नंबर एसी एप के माध्यम से उनके फोन पर पहुंच जाएगा। उनका नंबर कितनी देर में आएगा, उनका टोकन में यार्ड में किस लाइन का है, उस लाइन में उसका कौन सा नंबर है।