कर्ज में डूबा था तलाकशुदा, तभी आया एक लड़की का मेसेज… रंगीन सपनों की चुकाई ऐसी कीमत कि फाख्‍ता हुए होश !

parmodkumar

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वो 23 अप्रैल का दिन था, जब प्रणव को मित्रा नाम की एक महिला का मेसेज मिला। उन्होंने भी जवाब दिया और दोनों में बातचीत शुरू हो गई। कुछ दिनों बाद, मित्रा ने बताया कि उसका असली नाम सारा शर्मा है और वह मुंबई में रहती है। प्रणव और सारा अब टेलीग्राम ऐप पर घंटों बातें करने लगे। धीरे-धीरे ये बातचीत आगे बढ़ने लगी।

नई दिल्ली: बेंगलुरु में रहने वाले 40 वर्षीय प्रणव (बदला हुआ नाम) की शादीशुदा जिंदगी कई कोशिशों के बाद पटरी पर नहीं लौट पा रही थी। जब पति-पत्नी के बीच रिश्ता निभाना मुश्किल हो गया, तो प्रणव ने अपनी बीवी से तलाक ले लिया। तलाक के बाद दोस्तों और ऑफिस में करने वाले कुछ साथियों ने सलाह दी कि उसे अब नए सिरे से जिंदगी शुरू करनी चाहिए। नए जीवन साथी की तलाश में प्रणव ने इसी साल अप्रैल महीने की शुरुआत में डेटिंग ऐप ‘यूआर माई टाइप’ डाउनलोड किया और अपना प्रोफाइल बना लिया।

23 अप्रैल को इसी ऐप पर प्रणव को एक मेसेज मिला। उसने चेक किया तो ये मेसेज मित्रा नाम की एक महिला का था। जवाब में प्रणव ने भी मेसेज किया और इसके बाद दोनों के बीच बातें होने लगीं। कुछ दिन की बातचीत के बाद मित्रा ने बताया कि उसका असली नाम सारा शर्मा है और वो मुंबई की रहने वाली है। प्रणव और सारा अब टेलीग्राम ऐप पर घंटों मेसेज के जरिए बातें करने लगे।

बातचीत का सिलसिला आगे बढ़ा और एक दिना सारा ने प्रणव से कहा कि वो उसके साथ शादी करना चाहती है। प्रणव शादी के लिए मान गया लेकिन साथ ही बताया कि उसने कुछ लोन लिया हुआ है और उसकी आर्थिक हालत भी ठीक नहीं है। ऐसे में सारा ने उसे फॉरेक्स ट्रेडिंग में निवेश करने की सलाह दी। सारा ने बताया कि फॉरेक्स ट्रेडिंग में बहुत कम समय में अच्छी-खासी रकम कमाई जा सकती है।

बहन से उधार लेकर लगाए 50 हजार रुपये

प्रणव ने जब उसकी बात को अनसुना किया तो सारा ने कहा कि वो दोनों तभी शादी करेंगे, जब उसका सारा कर्ज उतर जाएगा और उसके पास आगे की जिंदगी के लिए कुछ रकम जमा हो जाएगी। आखिरकार प्रणव मान गया। 17 जून को सारा ने प्रणव को एडमिरल मार्केट्स नाम का एक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का लिंक भेज दिया। प्रणव ने चेक किया तो कंपनी सही मिली।

इसके साथ ही सारा ने प्रणव को एक और लिंक भेजा और कहा कि लेन-देन और कस्टमर केयर संबंधी समस्याओं के लिए इसपर संपर्क करना होगा। इस लिंक पर उसने श्री श्याम ट्रेडर्स एंड कंपनी नाम से एक अकाउंट भी दिखाया और कहा कि जो भी लेन-देन होगा, वो इसी अकाउंट के जरिए होगा। शुरुआत में प्रणव ने अपनी बहन से उधार लेकर 50 हजार रुपये लगाए, जिसपर उसे 4800 रुपये का फायदा हुआ।

और इस तरह फंसता चला गया प्रणव

प्रणव खुश हुआ कि इतने कम समय में ऐसा फायदा तो उसने पहले कभी नहीं देखा। सारा ने भी उससे कहा कि वो किसी तरह बड़ी रकम का इंतजाम करे, ताकि उसके सारे लोन एक ही बार में उतर जाएं। उसने कहा कि बहुत जल्द दोनों की जिंदगी एक साथ गुजरेगी। प्रणव मान गया और उसने किसी तरह से कुछ और लोन ले लिए। यहां तक कि उसने अपनी गाड़ी भी गिरवी रख दी।

रुपये निवेश करने के कुछ दिन बाद जब प्रणव ने उन्हें निकालने की कोशिश की, तो कस्टमर केयर टीम ने उनसे टैक्स के तौर पर 30 प्रतिशत रकम एडवांस जमा करने के लिए कहा। किसी तरह प्रणव ने 55 हजार रुपये का इंतजाम किया और जमा कर दिए। अब कस्टमर केयर टीम ने कहा कि उनके निवेश पर जो फायदा मिला है, उसकी 35 फीसदी रकम और जमा करनी होगी।

21 लाख की रकम गंवाई

प्रणव को कुछ शक हुआ। 21 सितंबर तक वो लोन लेकर यहां कुल 21 लाख रुपये का निवेश कर चुके थे। ऐसे में प्रणव ने सारा को मेसेज किया, लेकिन वहां से कोई रिप्लाई नहीं आया। उसने फोन किया लेकिन नंबर बंद हो चुका था। बाद में उसे पता चला कि जालसाजों ने एक असली कंपनी के लोगो का इस्तेमाल करके एक नकली वेबसाइट और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म बनाया था।

प्रणव के साथ पूरे 21 लाख रुपये की धोखाधड़ी हो चुकी थी। इसके बाद उन्होंने पुलिस में मामले की शिकायत दर्ज कराई। बेंगलुरु के एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया कि आईटी एक्ट और भारतीय न्याय संहिता की धारा 318 (धोखाधड़ी) के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। हाल के दिनों में ऐसे कई मामले सामने आए, जब डेटिंग ऐप के जरिए लोगों के साथ धोखाधड़ी हुई।