हरियाणा में सड़कों की सूरत अब और भी बदलेगी। बारिश और बाढ़ की वजह से क्षतिग्रस्त हुई सड़कों को अब नये सिरे से ठीक किया जाएगा। टूटी हुई सड़कों की मरम्मत भी होगी और उनका विस्तार भी किया जाएगा। सरकार ने पीडब्ल्यूडी (भवन एवं सड़कें) विभाग से जुड़ी सड़कों की मरम्मत, विस्तार व कॉरपेटिंग आदि के लिए 3700 करोड़ रुपये का बजट तय किया है। वित्त विभाग से इसकी मंजूरी मिल चुकी है और अब विभाग जल्द ही सड़कों के टेंडर जारी करेगा।
वहीं दूसरी ओर, मार्केटिंग बोर्ड भी क्षतिग्रस्त हुई सड़कों की मरम्मत शुरू कर चुका है। सरकार ने शहरी स्थानीय निकाय – नगर निगमों, नगर परिषदों व नगर पालिकाओं को भी हिदायतें दी हैं कि बारिश की वजह से टूटी हुई सड़कों की मरम्मत की जाए। अगर सड़कों को नये सिरे से बनाने की जरूरत है तो इसका प्रस्ताव तैयार करके भेजा जाए ताकि उसे मंजूरी दी जा सके। नियमों के हिसाब से तीन से साढ़े तीन वर्षों के बाद सड़कों की कॉरपेटिंग की जरूरत पड़ती है। इसी को ध्यान में रखते हुए पीडब्ल्यूडी विभाग ने ऐसी सड़कों को भी अपनी योजना में शामिल किया है, जिन्हें बने हुए तीन से पांच साल हो चुके हैं।
पीडब्ल्यूडी मंत्री और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का कहना है कि आगामी चुनावों से पहले क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत और पुरानी सड़कों का नये सिरे से निर्माण कराया जाएगा। उनका कहना है कि सैकड़ों सड़कें ऐसी हैं, जिन्हें बने हुए काफी समय बीत गया है। इन सड़कों की हालत बहुत ज्यादा खराब नहीं है, लेकिन भविष्य में भारी यातायात की संभावना और बारिश की आशंका को देखते हुए इन सड़कों का पुनर्निर्माण होगा। प्रदेश में सैकड़ों सड़कें ऐसी चिह्नित की हैं, जो नये सिरे से बनेंगी। इनका विस्तार भी होगा।