कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा 2021-22 के लिए मुख्य खरीफ फसलों के उत्पादन का प्रथम अग्रिम अनुमान जारी कर दिया गया है. केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि खरीफ सीजन में 150.50 मिलियन टन रिकॉर्ड खाद्यान्न उत्पादन का अनुमान है. किसानों की अथक मेहनत, कृषि वैज्ञानिकों की कुशलता व केंद्र सरकार की किसान हितैषी नीतियों से बंपर पैदावार हो रही है.
कृषि मंत्रालय के मुताबिक 2021-22 के लिए प्रथम अग्रिम अनुमान (केवल खरीफ) के अनुसार, देश में कुल खाद्यान्न उत्पादन रिकॉर्ड 150.50 मिलियन टन अनुमानित है, जो विगत पांच वर्षों (2015-16 से 2019-20) के औसत खाद्यान्न उत्पादन की तुलना में 12.71 मिलियन टन अधिक है. मुख्य खरीफ फसलों के अनुमानित उत्पादन इस प्रकार है-
किसका कितना उत्पादन
-चावल– 107.04 मिलियन टन (रिकॉर्ड)
-पोषक/मोटे अनाज– 34 मिलियन टन
-मक्का – 21.24 मिलियन टन
-दलहन – 9.45 मिलियन टन
– तूर – 4.43 मिलियन टन
– तिलहन – 23.39 मिलियन टन
– मूंगफली – 8.25 मिलियन टन
– सोयाबीन –12.72 मिलियन टन
– कपास – 36.22 मिलियन गांठें (प्रति 170 कि. ग्रा.)(रिकॉर्ड)
– पटसन एवं मेस्टा – 9.61 मिलियन गांठें (प्रति 180 कि. ग्रा.)
– गन्ना –419.25 मिलियन टन (रिकॉर्ड)
कितना अधिक उत्पादन
-2021-22 के दौरान चावल (Rice Production) का कुल उत्पादन 107.04 मिलियन टन अनुमानित है. यह विगत पांच वर्षों (2015-16 से 2019-20) के औसत उत्पादन 97.83 मिलियन टन की तुलना में 9.21 मिलियन टन अधिक है.
-पोषक/ मोटे अनाजों का उत्पादन (Coarse cereals Production) 34 मिलियन टन अनुमानित है, जो कि 31.89 मिलियन टन औसत उत्पादन की तुलना में 2.11 मिलियन टन अधिक है.
-2021-22 के दौरान कुल दलहन उत्पादन (Pulses Production) 9.45 मिलियन टन अनुमानित है. यह 8.06 मिलियन टन औसत खरीफ दलहन उत्पादन की तुलना में 1.39 मिलियन टन अधिक है.
-2021-22 के दौरान देश में कुल तिलहन उत्पादन (Oilseeds Production) 23.39 मिलियन टन अनुमानित है जो कि 20.42 मिलियन टन औसत तिलहन उत्पादन की तुलना में 2.96 मिलियन टन अधिक है.
-2021-22 के दौरान देश में गन्ने (Sugarcane Production) का उत्पादन 419.25 मिलियन टन अनुमानित है. 2021-22 के दौरान गन्ने का उत्पादन 362.07 मिलियन टन औसत गन्ना उत्पादन की तुलना में 57.18 मिलियन टन अधिक है.
-कपास का उत्पादन (Cotton Production) 36.22 मिलियन गांठें (प्रति 170 किग्रा की गांठे) एवं पटसन एवं मेस्ता का उत्पादन 9.61 मिलियन गांठें (प्रति 180 किग्रा की गांठे) अनुमानित हैं.