सिरसा जिले के गांव मोचीवाली के 77 वर्षीय बुजुर्ग जुगलाल ने आज समाज कल्याण विभाग में आकर कहा: मैं मरा नहीं, अभी जिन्दा हूँ साहब, मेरी पेंशन शुरू कीजिये, इतना सुनकर विभाग के अफसरों के कान खड़े हो गए, आखिर ये हुआ कैसे? जी हाँ, ये सिर्फ जुगलाल के साथ नहीं बल्कि कई बुजुर्गों को ऐसी परेशानी का सामना करना पड़ा है, दरअसल, गावों में सक्षम युवाओं द्वारा परिवार पहचान पत्र को लेकर सर्वे करके डाटा एकत्रित किया जा रहा है, ऐसे में उनके डाटा में आधार कार्ड में डिजिट मिसमैच होने के कारण कॉलम में डेथ शो हो जाता है, जब विभाग बुजुर्ग की आईडी से पेंशन खाते में ट्रांसफर करते हैं तो स्टेटस डेथ शो करने लगता है, इस तरह से पेंशन काट जाती है, ये गलती डाटा मिसमैच की है लेकिन इसको भुगत रहे हैं बुजुर्ग, अब विभाग के पास आकर अपने जीवित होने का सबूत दे रहे हैं, फिर से आधार कार्ड की कॉपी, एक एप्लिकेशन और सरपंच की मोहर, जिसमे लिखा जाता है कि ये व्यक्ति आधार कार्ड के मुताबिक़ सही है और जिन्दा है, अब बुजुर्ग की पेंशन विभाग अपने डाटा में ठीक करेगा, इसके लिए कम से कम दो महीने की पेंशन बंद रहेगी, बाद में उसको ये पेंशन एरियर के तोर पर दी जाएगी, देखिये ये रिपोर्ट प्रमोद कुमार के साथ वीडियो जर्नलिस्ट चरण सिंह