गुरुवार को सोने का भाव बढ़ा, जानिए 10 ग्राम गोल्ड की कीमत।

Parmod Kumar

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त्योहारी सीजन में सोने की चमक बढ़ने लगी है. पॉजिटिव ग्लोबल संकेतों से गुरुवार को सोने की कीमतों में तेजी आई है. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर गुरुवार को दिसंबर वायदा सोने के भाव में 55 रुपये प्रति 10 ग्राम का उछाल आया. वहीं,  दिसंबर वायदा चांदी की कीमत में 137 रुपये प्रति किलोग्राम की तेजी आई. वैश्विक स्तर पर, पीली धातु की कीमतों में तेजी आई है. डॉलर में नरमी से तीसरे सत्र में सोना चढ़ा है.

हाजिर सोना 0.2 फीसदी बढ़कर 1,784.96 डॉलर प्रति औंस हो गया. अमेरिकी सोना वायदा मामूली बदलाव के साथ 1,784.60 डॉलर पर बंद हुआ. ग्लोबल स्टॉक मार्केट में तेजी का सोने की कीमतों पर असर पड़ा. वहीं. क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) में तेज उछाल से चांदी के मुकाबले सोने का परफॉर्मेंस कमजोर रहा.

सोने-चांदी का नया भाव 

गुरुवार को MCX पर दिसंबर वायदा सोने का दाम 55 रुपये बढ़कर 47,554 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया. जबकि एक किलोग्राम दिसंबर वायदा चांदी की कीमत 137 रुपये उछलकर 65,744 रुपये हो गई.

सोने में तेजी की वजह

HDFC सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट (कमोडिटीज) तपन पटेल ने कहा, अमेरिकी बॉन्ड यील्ड्स में बढ़ोतरी के बावजूद कमजोर डॉलर के चलते सोने की कीमतों में तेजी आई है. मुद्रास्फीति की चिंताओं और चीन के एवरग्रांडे लोन संकट से नए सिरे से चिंताओं के कारण सोने के भाव में उछाल आया है.

लगातार दूसरे महीने Gold ETF में बढ़ा निवेश

गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड कोषों (ETF) में सितंबर में 446 करोड़ रुपए का निवेश आया. देश में त्योहारी सीजन के मद्देनजर मजबूत मांग के चलते निवेश का यह प्रवाह अभी जारी रहने की उम्मीद है. इससे पिछले महीने गोल्ड ETF में 24 करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश आया था. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई में गोल्ड ETF से निवेशकों ने शुद्ध रूप से 61.5 करोड़ रुपए की निकासी की थी.

गोल्ड ETF श्रेणी में अबतक शुद्ध रूप से 3,515 करोड़ रुपए का निवेश मिला है. सिर्फ जुलाई ऐसा महीना रहा जबकि इससे निकासी हुई है. ताजा प्रवाह से इस श्रेणी में फोलियो की संख्या सितंबर में 14 प्रतिशत बढ़कर 24.6 लाख पर पहुंच गई, जो अगस्त में 21.46 लाख थी. इस साल अभी तक फोलियो की संख्या में 56 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि त्योहारी सीजन से पहले पीली धातु की कीमतों में ‘करेक्शन’ से गोल्ड ETF में निवेश का प्रवाह बढ़ा है.