सरसों तेल के दाम इतने रुपये कम हो गए, सरसों दाना का भाव सभी रिकॉर्ड तोड़ 8400 रुपये प्रति क्विंटल पहुंचा।

Parmod Kumar

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देश में सरसों तेल की मांग बढ़ती ही जा रही है, लेकिन बाजारों में सरसों दाना की आवक कम है. सरसों तेल के भाव लगातार बढ़ोतरी देखने को मिली है. इसकी वजह से सरसों दाना भी एमएसपी से ऊंचे दामों पर बिक रहा है. इस बीच गुरुवार को विदेशी बाजारों में कारोबार के मिले जुले रुख के बीच दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में मांग कमजोर रहने से सरसों तेल तिलहन, सोयाबीन तिलहन में गिरावट दर्ज हुई. जबकि बिनौला के मुकाबले भाव कम रहने से मूंगफली की मांग बढ़ गईय बाकी तेलों के भाव पिछली कीमतों पर स्थिर रहे.

बाजार सूत्रों ने कहा कि मलेशिया एक्सचेंज में 0.9 प्रतिशत की गिरावट थी जबकि शिकॉगो एक्सचेंज में 0.50 प्रतिशत की गिरावट रही. उन्होंने कहा कि ऊंचे भाव पर मांग कमजोर होने से सोयाबीन तिलहन और सोयाबीन लूज में गिरावट रही. वहीं सोयाबीन दिल्ली और सोयाबीन डीगम के भाव मांग जारी रहने से मजबूती में रहे.

सरसों का कोई भी विकल्प उपलब्ध नहीं

बाजार जानकारों का कहना है कि सहकारी संस्था हाफेड और नाफेड को अगली बुवाई के लिए सरसों दाने के बीज का इंतजाम करने के लिए बाजार भाव पर सरसों की खरीद कर इसका स्टॉक बना लेना चाहिए. जो कि आगामी त्यौहारों और जाड़े के मौसम में हरी सब्जियों के लिए बढ़ने वाली सरसों तेल की मांग को पूरा करेगा.

उन्होंने कहा कि सोयाबीन, मूंगफली जैसे तेलों की कमी को आयात से पूरा किया जा सकता है पर सरसों की फसल सिर्फ भारत में होती है. इसलिए इसका कोई विकल्प उपलब्ध नहीं होगा. उन्होंने कहा कि देश भर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक लगभग दो लाख बोरी के मुकाबले घटकर 1.80-1.85 लाख बोरी रह गई है. सरकार को बाकी तेलों का उत्पादन बढ़ाने के साथ सरसों पर विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत है.

8400 रुपये क्विंटल हुआ सरसों

सूत्रों ने कहा कि कोटा और आगरा में बुधवार को सरसों का भाव 8,250 रुपये से बढ़कर 8,400 रुपये क्विन्टल कर दिया गया. सरकार द्वारा 4650 रुपये सरसों का सरकारी भाव तय किया गया है. मगर किसान इससे ऊंची कीमतों पर अपनी फसल बेच रहे हैं. राजस्थान के भरतपुर में सरसों के भाव टूटने से वहां जो आवक 6,000 बोरी की थी वह घटकर लगभग 1,000 बोरी रह गई. किसान सस्ते भाव पर माल नहीं बेच रहे हैं.

इतने रुपये हुआ सस्ता

सरसों पक्की घानी तेल में बुधवार के मुकाबले गुरुवार को पांच रुपये की गिरावट देखने को मिली. सरसों पक्की घानी तेल 2,495 से घटकर 2490 रुपये प्रति टिन हो गया है. ऐसी ही सरसों कच्ची घानी के भाव में भी पांच रुपये प्रति टिन की गिरावट आई है. अब इसका भाव 2575 – 2685 रुपये प्रति टिन है.

बाजार में थोक भाव इस प्रकार रहे- (भाव- रुपये प्रति क्विंटल)

  • सरसों तिलहन – 7,800 – 7,850 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये.
  • सरसों तेल दादरी- 15,300 रुपये प्रति क्विंटल.
  • सरसों पक्की घानी- 2,490 -2,540 रुपये प्रति टिन.
  • सरसों कच्ची घानी- 2575 – 2685 रुपये प्रति टिन.